दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने एक बड़ी स्कीम का ऐलान किया है। बुजुर्गों और महिलाओं को साधने के बाद अरविंद केजरीवाल ने अब पुजारी और ग्रंथियों के लिए एक योजना लॉन्च की है। अरविंद केजरीवाल ने मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों के लिए पुजारी और ग्रंथी सम्मान योजना की घोषणा की। वहीं अब बीजेपी ने दावा किया कि कोर्ट के डर से केजरीवाल ने इसकी घोषणा की है।

बीजेपी ने केजरीवाल पर साधा निशाना

दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “उन्हें (दिल्ली सरकार को) अदालत में जवाब देना होगा कि उन्होंने मौलवियों जैसे पुजारियों और ग्रंथियों को भुगतान क्यों नहीं किया। इससे छुटकारा पाने के लिए केजरीवाल ने इस योजना (पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना) की घोषणा की है। जब AAP को हार दिख रही तो उन्हें राम नाम याद आ रहा है। AAP सरकार ने मौलवियों को 58 करोड़ 30 लाख 90 हजार रुपये दिए हैं।”

पुजारियों के लिए घोषणा करते हुए केजरीवाल ने कहा, “आज मैं एक योजना के संबंध में एक अहम घोषणा कर रहा हूं। पुजारी ग्रंथी सम्मान योजना के तहत मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारा के ग्रंथियों को सम्मान राशि देने का प्रावधान है। उन्हें लगभग 18,000 रुपये प्रति माह मानदेय दिया जाएगा। यह देश में पहली बार हो रहा है। पुजारी एक ऐसा वर्ग है, जिसने पीढ़ी दर पीढ़ी कर्मकांड को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कभी अपने परिवार पर ध्यान नहीं दिया और हमने कभी उन पर ध्यान नहीं दिया।”

‘दिल्ली में नहीं लागू है संजीवनी या महिला सम्मान स्कीम’

31 दिसंबर से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन

केजरीवाल ने कहा कि इस योजना के लिए कल यानी 31 दिसंबर से रजिस्ट्रेशन से शुरू होगा। उन्होंने कहा कि कल इस योजना के रजिस्ट्रेशन का शुभारंभ करने के लिए कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर जाऊंगा और वहां के पुजारियों का रजिस्ट्रेशन करके आऊंगा। इसके बाद दिल्ली के सभी मंदिरों और गुरुद्वारों में हमारे एमएलए और उम्मीदवार सभी का रजिस्ट्रेशन शुरू कर देंगे।

केजरीवाल ने बीजेपी से अपील करते हुए कहा, “मेरी भारतीय जनता पार्टी से हाथ जोड़कर अपील है कि जैसे उन्होंने पुलिस को भेजकर फर्जी केस करके महिला सम्मान योजना को रोकने की कोशिश की लेकिन रोक नहीं पाए। उनका रजिस्ट्रेशन हो रहा है और आगे भी होगा।”