Delhi Air Pollution: दिल्ली और एनसीआर में दिवाली के बाद वायु प्रदूषण ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 317 तक पहुंच गया है, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। इस स्थिति के कारण शहर में धुंध की एक मोटी परत भी दिखाई दे रही है। दिवाली पर लोगों ने जिस तरह से आतिशबाजी की, उसने इस समस्या को और बढ़ा दिया है, जिससे दिल्ली का मौसम धुंधला और खराब हो गया है। कई जगहों पर पीएम 2.5 का स्तर भी सामान्य से कई गुना ज्यादा है।

सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के विभिन्न इलाकों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब है। सुबह 6 बजे तक की रिपोर्ट में देखा गया कि आनंद विहार में AQI 396, बुराड़ी में 394, सोनिया विहार में 392, पंजाबी बाग में 391, और दिल्ली नॉर्थ कैंपस में 390 दर्ज किया गया। अन्य क्षेत्रों जैसे बवाना में 388, अशोक विहार में 384, आया नगर में 352, अलीपुर में 350, चांदनी चौक में 336, और नजफगढ़ में 329 का AQI स्तर चिंता का विषय है।

दिल्ली सरकार ने पटाखों पर लगाई थी रोक

दिल्ली सरकार ने दिवाली के दौरान होने वाली आतिशबाजी को ध्यान में रखते हुए पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिवाली की शाम को बताया कि राजधानी में पटाखों पर रोक लगाने के लिए 377 टीमें गठित की गई थीं, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि लोग पटाखे न फोड़ें। इसके अलावा, अधिकारियों को लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, मार्केट एसोसिएशन और सामाजिक संगठनों के साथ बातचीत करने के लिए निर्देशित किया गया था।

नाम का बैन! दिल्ली-NCR के कई इलाकों में हवा 15 गुना ज्यादा खराब

दशहरा के बाद से ही पराली जलाने के कारण दिल्ली में हवा जहरीली बनी हुई थी। हालाँकि, पिछले कुछ दिनों में हालात में थोड़ा सुधार देखने को मिला था, लेकिन दिवाली पर लोगों ने इतनी अधिक आतिशबाजी की कि AQI के अनुसार वायु प्रदूषण अब बेहद खराब स्थिति में पहुंच गया है। यह स्थिति न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि पूरे शहर की जीवनशैली को भी प्रभावित कर रही है।

वहीं अधिकारियों को लेकर गोपाल राय ने कहा था कि लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, मार्केट एसोसिएशन और सामाजिक संगठनों से अधिकारी बात कर रहे हैं।