दिल्ली में भजनपुरा चौक पर एक फ्लाईओवर के निमार्ण के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच एक मंदिर और एक मज़ार को रविवार सुबह हटा दिया गया। पुलिस ने बताया कि दोनों ढांचों को हटाने का फैसला कुछ दिनों पहले एक धार्मिक समिति की बैठक में लिया गया था और स्थानीय नेताओं और लोगों के साथ बातचीत की गयी थी।

वहीं, दूसरी ओर दिल्ली लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री आतिशी ने आरोप लगाया है कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली में तीन मजारों सहित 14 धार्मिक स्थलों को ध्वस्त करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर दिल्ली में एक शिव मंदिर को रविवार सुबह तोड़ दिया गया। आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता ने कहा कि उन्होंने हाल ही में इस मामले पर LG सक्सेना को पत्र लिखकर बताया था कि आप के पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया ने इस ध्वस्तीकरण का विरोध किया था।

LG सक्सेना को लिखा था पत्र

कुछ दिन पहले उपराज्यपाल को लिखे पत्र का हवाला देते हुए आतिशी ने एक ट्वीट में कहा, “मैंने कुछ दिन पहले आपको एक पत्र लिखा था जिसमें आपसे दिल्ली में मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों को ध्वस्त करने के अपने फैसले को वापस लेने का अनुरोध किया गया था। लेकिन आज फिर आपके आदेश पर भजनपुरा में एक मंदिर तोड़ दिया गया है। मैं आपसे फिर अनुरोध करती हूं कि दिल्ली में मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों को नहीं तोड़ा जाना चाहिए। इनसे लोगों की आस्था जुड़ी हुई है।”

वीके सक्सेना ने दिया था दिल्ली में 14 धार्मिक स्थलों को तोड़ने का आदेश

पत्र में मंत्री ने लिखा, ”मुझे PWD विभाग से जानकारी मिली है कि आपने दिल्ली में 14 धार्मिक स्थलों को तोड़ने का आदेश दिया है। इसमें 11 मंदिर और 3 कब्रें शामिल हैं। मुझे विभाग के अधिकारियों ने बताया कि फरवरी 2023 में जब इन धार्मिक स्थलों को तोड़ने का प्रस्ताव धार्मिक समिति के माध्यम से तत्कालीन गृह मंत्री मनीष सिसोदिया के पास आया तो उन्होंने अपना विरोध दर्ज कराया और कहा कि हमें मंदिर तोड़ने की बजाय परियोजना का डिज़ाइन में बदलाव करना चाहिए।”

मनीष सिसोदिया ने किया था प्रस्ताव को खारिज

आतिशी ने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल ने सिसोदिया के प्रस्ताव को खारिज कर दिया और इन मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों को ध्वस्त करने का आदेश दिया। पत्र में लिखा है, “अफसरों ने यह भी कहा है कि आपने फाइल में लिखा है कि मंदिरों को तोड़ना क़ानून-व्यवस्था का मामला है इसलिए इसमें फैसला लेने की पूरी शक्ति आपके पास है। साथ ही, मंदिर के विध्वंस की कोई भी फाइल निर्वाचित सरकार को भेजने के बजाय मुख्य सचिव के माध्यम से सीधे आपके पास भेजी जानी चाहिए।”

मंत्री ने आगे कहा कि PWD ने उन्हें गुरुवार शाम को सूचित किया कि वे उपराज्यपाल के आदेश के बाद इन मंदिरों को ध्वस्त करने जा रहे हैं। आप नेता ने कहा, “आज सुबह मंडावली में शिव मंदिर को भी ध्वस्त कर दिया गया इसलिए, मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि आप 11 मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों को ध्वस्त करने के अपने फैसले को वापस लें ताकि दिल्ली के लोगों की धार्मिक आस्था को ठेस न पहुंचे।”