2012 Delhi Gang Rape and Murder Case Convicts Hanging News and Updates: दिल्ली 2012 गैंगरेप केस के 4 दोषियों को आखिरकार 7 साल बाद फांसी दे दी गई। सभी को शुक्रवार (20 मार्च) सुबह 5:30 बजे फंदे पर लटकाया गया। गौर करने वाली बात यह है कि सजा दिए जाने के महज 24 घंटे के अंदर दोषियों के वकील ने उन्हें बचाने की हरसंभव कोशिश की। पिछले 7 साल 3 महीने और 4 दिन से दोषियों को मौत से बचाते आ रहे वकील एपी सिंह ने आखिरी दिन तक लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक मैं सजा रोकने की याचिका लगाई। इसके चलते सुप्रीम कोर्ट एक बार फिर गुरुवार देर रात से शुक्रवार तड़के तक खुली। हालांकि, एपी सिंह दोषियों को बचाने में सफल नहीं हुए।

क्या हुआ आखिरी 24 घंटे में?: दोषियों के वकील एपी सिंह गुरुवार को दोषियों के डेथ वॉरंट पर रोक लगवाने दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट पहुंचे। यहां उन्होंने कोर्ट को दोषियों के खिलाफ लंबित मामलों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोरोनावायरस की वजह से देश की ज्यादातर कोर्ट में काम रुका है। इसीलिए कई केस पेंडिंग हैं। हालांकि, पटियाला हाउस कोर्ट ने चारों के डेथ वॉरंट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट ने भी दो दोषियों के फांसी से बचने के पैतरों पर विराम लगाया। वकील की दलील थी कि केस से जुड़े सबूत दोबारा खोले जाएं। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस वक्त नए सबूत नहीं खोले जा सकते। एक दोषी ने राष्ट्रपति की तरफ से उसकी दया याचिका खारिज करने के फैसले को ही चुनौती दे डाली थी। हालांकि, कोर्ट ने इसे भी नकार दिया।

दिल्ली हाईकोर्ट ने रात में की सुनवाई, मामले पर तीखी टिप्पणियां कीं: दोषियों के वकील इसके बाद आनन-फानन में डेथ वॉरंट पर रोक लगाने की मांग लेकर दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचे। कोर्ट ने उनकी याचिका पर रात 9 बजे सुनवाई शुरू की। हालांकि, कोर्ट ने फांसी पर रोक की याचिका खारिज कर दी। इस दौरान जजों ने मामले पर तीखी टिप्पणियां कीं। जज ने कहा, ” अब 4-5 घंटे हैं, कोई तथ्य है तो सीधे उस पर आइए। हमारे पास वक्त बहुत कम बचा है। अब समय आ गया है, जब आपके मुवक्किल भगवान से मिलेंगे। समय बर्बाद मत कीजिए। अगर आप महत्वपूर्ण तथ्य नहीं बता सकते, तो हम आखिरी वक्त में आपकी मदद नहीं कर सकते।”

इसके बाद एपी सिंह ने देर रात सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका पर देर रात 2:30 बजे सुनवाई का समय दिया। जस्टिस आर भानुमति की अध्यक्षता वाली बेंच ने केस की सुनवाई की। कोर्ट ने दोषियों के वकीलों की दलील पर कहा कि आप फिर से फांसी रोकने के लिए उन्हीं चीजों को आधार बना रहे हैं, जिन पर बहस हो चुकी है। वकील ने कहा कि दोषी पवन गुप्ता के साथ पिछले साल पुलिसकर्मियों ने जेल में मारपीट की। इसलिए उसका स्टेटमेंट लेने के लिए फांसी को 1-2 दिन टाला जाए। इसके साथ ही वकील एपी सिंह ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि उस केस की तरह दिल्ली गैंगरेप केस के दोषियों को भी माफ किया जाएगा।