भारत और चीन के बीच लद्दाख स्थित लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल में स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है। विपक्ष लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार पर सीमा विवाद से जुड़ी जानकारी छिपाने का आरोप लगाता रहा है। खासकर कांग्रेस ने तो बढ़-चढ़कर हमले बोले हैं। इस बीच पीएमओ ने आज शाम 5 बजे सर्वदलीय बैठक का ऐलान किया। सभी पार्टियों के नेताओं के लिए चौंकाने वाली बात यह रही कि खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्हें फोन कर इस बैठक में आने का निमंत्रण दिया। रक्षा मंत्री ने इस दौरान पार्टियों से उनके सहयोग की भी मांग की।

गौरतलब है कि पीएम कार्यालय की तरफ से 17 जून को ही आज की ऑल पार्टी मीटिंग का ऐलान हो गया था। ऐसे में सभी दलों के नेताओं का बैठक में मौजूद होना तय था। इसके बावजूद सरकार में नंबर-2 की कुर्सी पर काबिज राजनाथ सिंह ने खुद नेताओं को फोन कर मीटिंग में मौजूद रहने की अपील की। इससे साफ है कि केंद्र सरकार इस बैठक को लेकर काफी गंभीर है। चौंकाने वाली बात यह है कि शुक्रवार की मीटिंग के लिए केंद्र की तरफ से दो दलों को न्योता नहीं दिया गया है। इनमें एक दल है दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप)। बताया गया है कि केंद्र के इस रवैये से आप नेता काफी नाराज हैं। दूसरी पार्टी है बिहार की राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), जिसके अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव फिलहाल चारा घोटाले में सजा काट रहे हैं।

बता दें कि 15-16 जून की दरमियानी रात में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार देर रात हुई झड़प में हमारे 20 जवानों की जान चली गई थी। वहीं, कई अन्य घायल भी हुए थे। दोनों सेनाओं के बीच लद्दाख के तीन हिस्सों (पैंगोंग सो, गलवान घाटी और हॉट स्प्रिंग्स) में पिछले करीब एक महीने से तनाव जारी है। इसके बावजूद सरकार ने इस पर एक भी बार बयान नहीं जारी किया। यहां तक कि जवानों के साथ सोमवार रात को हुई बर्बरता पर भी राजनाथ सिंह ने दो दिन बाद पहली बार बयान दिया था। इसमें उन्होंने चीनी सैनिकों का जिक्र तक नहीं किया था।

ऑल पार्टी मीटिंग में न बुलाए जाने पर पार्टियां नाराज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑल पार्टी मीटिंग के लिए सरकार ने शर्त रखी है कि इसमें सिर्फ उन्हीं पार्टियों को बुलाया जाएगा, जिनके कम से कम 5 सांसद हैं। इस पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि संसद में हमारे 5 सांसद हैं। लेकिन हमें नहीं बुलाया गया। हम चाहेंगे कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हमें स्पष्ट करें कि आखिर क्यों हमने नहीं बुलाया गया। वहीं आप के सांसद संजय सिंह ने कहा कि केंद्र में एक अजीब अहंकार है।