आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली में ई-छावनी पोर्टल लॉन्च किया। इस कार्यक्रम में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि छावनी क्षेत्रों में रहने वाले नागरिक अपनी समस्याओं को लेकर ऑनलाइन ई-छावनी पर अपनी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं और घर बैठे ही उनका समाधान कर दिया जाएगा। सिंह ने कहा, ”हमारी सरकार लोगों की जीवन शैली में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
दावा किया जा रहा है कि ये पोर्टल मल्टी-टेनेंसी सेंट्रल प्लेटफॉर्म के जरिए देश के 62 कैंटोनमेंट बोर्डों में 20 लाख से अधिक नागरिकों को ऑनलाइन म्युनिसिपल सेवाएं उपलब्ध कराएगा। ई-छावनी के आने से अब छावनी क्षेत्रों के लोगों को शिकायत दर्ज कराने या लाइसेंस और इसी तरह एप्लीकेशन जमा करने के लिए छावनी बोर्ड कार्यालय या दूसरे छावनी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
इस तरह के काम अब ऑनलाइन किए जा सकेंगे। डायरेक्टर जनरल ऑफ डिफेंस इस्टेट्स ने ‘ई-छावनी’ की शुरुआत की है। जो कि देश भर के छावनी क्षेत्रों के निवासियों को नागरिक केंद्रित सेवाएं उपलब्ध कराएगा। सरकार का कहना है कि ये स्मार्ट गवर्नेंस की दिशा में एक कदम है।
अधिकारियों ने कहा कि यह सुविधा जनता की शिकायतों को दूर करने के लिए है, लाइसेंस जारी करना और संपत्ति कर का भुगतान और इसी तरह के काम इस पोर्टल की मदद से पूरे किए जा सकेंगे। ई-छावनी देश के सभी 62 छावनी बोर्डों के लिए एक इंटीग्रेटेड पोर्टल है।
ई-छावनी का एक अहम पहलू शिकायतों का समाधान करना है। ये नागरिकों की शिकायतों को हल करेगा। धीरे-धीरे पोर्टल पर सभी ऑनलाइन सेवाएं शुरू होंगी। एक बार जब पोर्टल पूरी तरीके से काम करने लगेगा तो नागरिकों को पानी और सीवरेज कनेक्शन के लिए आवेदन करने के लिए बोर्ड या उसके कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
इसके जरिए नए कनेक्शन (पानी और सीवरेज) के लिए अप्लाई कर सकेंगे और पेमेंट भी ऑनलाइन की जा सकेगी।अधिकारियों ने कहा कि एप्लीकेशन का स्टेटस भी पोर्टल पर पता लग सकेगा और पोर्टल से सभी चीजें डाउनलोड की जा सकेंगी।