शुक्रवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को 24 कैरेट का खरा सोना बताते हुए उनकी तुलना राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से कर दी। राजनाथ सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी के बाद प्रधानमंत्री मोदी ही एकमात्र नेता हैं जिन्हें भारतीय समाज और उसके मनोविज्ञान की गहरी समझ है। 

राजनाथ सिंह थिंक टैंक रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का विषय प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा दो दशक तक सरकार के मुखिया के रूप में किए गए कामकाजों की समीक्षा था। इसी कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत के राजनीतिक इतिहास में भारत के समाज और इसके मनोविज्ञान की जितनी समझ प्रधानमंत्री मोदी में है, वो अतुलनीय हैं। महात्मा गांधी के बाद मोदी ही एक ऐसे नेता हैं जिन्हे भारतीय समाज और इसके मनोविज्ञान पर गहरी पकड़ है, जो ठोस और व्यापक निजी अनुभव पर आधारित है।

इस दौरान राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि मेरा मानना ​​है कि प्रधानमंत्री मोदी को एक व्यक्ति के बजाय एक विचार और दर्शन के तौर पर देखा जाना चाहिए। क्योंकि हर सदी में कुछ लोग अपने दृढ़ संकल्प और दृढ़ विचारों के साथ समाज को बदलने की प्राकृतिक शक्ति के साथ पैदा होते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार के मुखिया के रूप में पिछले दो दशकों में मोदी की राजनीतिक यात्रा पर प्रबंधन स्कूलों में उनके “प्रभावी नेतृत्व और कुशल शासन” को लेकर केस स्टडी होनी चाहिए।

इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एक सच्चे नेता की पहचान उसके इरादे और ईमानदारी से होती है और दोनों ही मामलों में मोदी 24 कैरेट खरे सोने हैं। 20 साल तक सरकार का मुखिया रहने के बाद भी उन पर भ्रष्टाचार का एक दाग ​​नहीं लगा। साथ ही राजनाथ सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने भारतीय राजनीति में विश्वसनीयता के संकट को दूर कर दिया है। 

उन्होंने कहा कि नेताओं के बोल और कार्यों के बीच की खाई ने लोगों का विश्वास खो दिया। लेकिन पीएम मोदी ने विश्वसनीयता के इस संकट को एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया और उसे पूरा किया। एक भी ऐसी चीज नहीं है जिसका वादा उन्होंने किया हो और उसको पूरा नहीं किया।

इसके अलावा राजनाथ सिंह ने कहा कि एक सच्चे नेता की पहचान उसकी विश्वसनीयता से होती है और वह हमेशा खुद को एक उदाहरण के तौर पर पेश करता है कि हमें क्या करना है। वह यह नहीं कहता कि जैसा मैं कहता हूं वैसा करो बल्कि कहता है कि जैसा मैं करता हूं वैसा करो। मोदी जी ने यही किया है। साथ ही उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल को लेकर कहा कि सबका साथ सबका विकास का नारा देते हुए नरेंद्र भाई ने गुजरात में पंथनिरपेक्षता की एक नई इबारत लिख दी।

राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम के दौरान यह भी कहा कि पहले यह माना जाता था कि यदि आप व्यवसाय और उद्योग के साथ खड़े हैं तो आपकी सामाजिक प्रतिबद्धता कमजोर है। लेकिन पीएम मोदी ने इस भ्रांति को दूर किया। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में लगे उद्योग और उद्यमियों की भूमिका को पहचाना और उनका सम्मान किया। उनका समर्थन भी किया और प्रचार भी किया।