राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों की ओर से निकाली गई ट्रैक्टर रैली विवादों के घेरे में आ गई है। लाल किले पर प्रदर्शनकारियों द्वारा धार्मिक झंडा फहराये जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस घटना और दिल्ली में हिंसा को लेकर किसान नेताओं ने मालवा यूथ फेडरेशन के अध्यक्ष और पंजाबी फिल्म अभिनेता दीप सिद्धू को आड़े हाथों लिया है।
किसान नेताओं ने सिद्धू को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दलाल बताया है और ट्रैक्टर परेड को ‘हाईजैक’ कर हिंसा फैलाने और हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया है। भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अभिनेता तन दीप सिद्धू सिख नहीं हैं, वह भाजपा के कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने लाल किले पर हिंसा और फहराए झंडे बनाए हैं, उन्हें अपने कामों के लिए भुगतान करना होगा। पिछले दो महीने से एक समुदाय विशेष के खिलाफ साजिश चल रही है। यह सिखों का नहीं बल्कि किसानों का आंदोलन है।
राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली पुलिस की ”कार्रवाइयों” के कारण कुछ असामाजिक तत्व परेड में शामिल हो गए और यह हिंसा का कारण बना। टिकैत ने सिद्धू पर ट्रैक्टर परेड ‘हाईजैक’ करने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा कि बीकेयू शांतिपूर्ण प्रदर्शन में विश्वास करता है और हिंसा के पीछे उपद्रवियों की पहचान करेगा।
वहीं एक अन्य किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने दीप सिद्धू को भाजपा का दलाल बताया है। चढूनी ने कहा “आज जो घटना हुई है लाल किले पर उसको धार्मिक रंग देना निंदनीय है। लालकिला जाने का हमारा कोई कार्यक्रम नहीं था. वह बागी होकर वहां गया और लोग भी उसके बहकावे में गए। उन्हें नहीं मालूम था कि वह लालकिला ले जाएगा।
चढ़ूनी ने कहा कि दीप सिद्धू बहुत दिन पहले से गढ़बढ़ कर रहे हैं और किसान नेताओं के खिलाफ बोलते हैं। गुरनाम सिंह ने कहा कि यह किसानों का आंदोलन है न कि धार्मिक आंदोलन। उन्होंने किसान गणतंत्र परेड के दौरान हुई हिंसा की भी निंदा की।
इसके अलावा कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की अगुवाई कर रहे नेताओं में से एक एवं स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि हमने दीप सिद्धू को शुरू से ही अपने प्रदर्शन से दूर कर दिया था।
बता दें दीप सिद्धू अभिनेता सनी देओल के सहयोगी थे, जब अभिनेता ने 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान गुरदासपुर सीट से चुनाव लड़ा था। 2019 के लोकसभा चुनाव में सनी देओल के पूरे प्रचार में वह उनके साथ रहे थे। दीप सिद्धू की सनी देओल और पीएम मोदी के साथ एक फोटो भी वायरल हुई थी, जिसके बाद भाजपा सांसद ने पिछले साल दिसंबर में किसानों के आंदोलन में शामिल होने के बाद सिद्धू से दूरी बना ली थी।
इतना ही नहीं, जब दीप सिद्धू की तस्वीरें वायरल हुई तो सनी देओल ने ट्वीट किया और लिखा, ‘आज लाल क़िले पर जो हुआ उसे देख कर मन बहुत दुखी हुआ है, मैं पहले भी 6 दिसंबर को ट्विटर के माध्यम से यह साफ कर चुका हूं कि मेरा या मेरे परिवार का दीप सिद्धू के साथ कोई संबंध नही है। जय हिन्द’