हाल ही में इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति संगीता श्रीवास्तव ने मस्जिद की अजान की आवाज से नींद में खलल पड़ने की शिकायत करते हुए इसे रोकने की मांग की थी। उनके इस मांग पर विवाद खड़ा हो गया। इस मुद्दे को लेकर तमाम दलों के नेताओं ने एतराज जताया है। टीवी चैनल न्यूज-24 में डिबेट के दौरान एंकर मानक गुप्ता ने पूछा कि कुलपति की यह मांग क्यों जायज है और अफसरों के निर्देश पर मस्जिद कमेटी ने लाउडस्पीकर की दिशा बदल दी है। अन्य लोगों को दिक्कत क्यों नहीं हुई। उनकी ही मांग पर कार्रवाई क्यों हुई।
एंकर मानक गुप्ता के साथ राष्ट्र की बात डिबेट में भाजपा प्रवक्ता और सीएम योगी के सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी से समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा, “हम समाजवादी लोग संविधान और न्यायपालिका पर विश्वास करते हैं, लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि जब से राज्य और केंद्र में भाजपा की सरकार आई है तब से सिर्फ हिंदू और मुसलमान के मुद्दे पर ही क्यों बात होती है। इनका राष्ट्र निर्माण में समाज के विकास की बातें करनी चाहिए। आप राष्ट्र निर्माण की बातें करते-करते भाजपा निर्माण की बातें करने लगते हैं।”
उन्होंने कहा, “आप क्यों नहीं बात करते इस पर कि बेरोजगारी में युवक आत्महत्या कर रहे हैं, महंगाई में किसानों और आम लोगों की कमर टूट रही है। आप ध्यान भटकाना चाहते हैं, लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।”
जब से BJP उत्तरप्रदेश और देश में आई है, तब से सिर्फ हिन्दू-मुस्लिम की ही राजनीति हो रही है, BJP का कोई नेता महंगाई, रोजगार, किसान पर बात नहीं करता : @anuragspparty@manakgupta #RashtraKiBaat#UttarPradesh #AllahabadUniversity pic.twitter.com/khcd2APuWe
— News24 (@news24tvchannel) March 17, 2021
वे बोले, “आप गांवों के घरों में जाइए, लोग फांके लगा रहे हैं। फांके आप समझते नहीं होंगे। कभी जाइए कैमरा उठाकर देखिए दो सौ किसान मर गए, जिसको आप अन्नदाता बोलते हैं। उसके बारे में बातें करिए।” सपा प्रवक्ता ने कहा, “प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहा है। महिलाओं पर हमले में राज्य देश में नंबर-1 पर हो गया है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि अपराध के मामले में राज्य पहने नंबर पर हो। वहां पर कौन सी दिक्कत है भाई। आप महिलाओं का सम्मान नहीं करते हैं, किसानों का सम्मान नहीं करते हैं। समाज विकास पर आप बात नहीं करते हैं। क्योंकि आपके पास कोई मुद्दे नहीं हैं।”
वे बोले, “अब अंतिम साल है, एक भी मुद्दे गिना दीजिए। एक भी एक्सप्रेसवे पर चलकर दिखा दीजिए कि आपने बनाया है। 2017 के बाद से मेरी सरकार नहीं है, लेकिन मैं आज भी अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिना सकता हूं।” कहा कि किसी भी सरकार में ऐसा नहीं हुआ कि काम दूसरी सरकार करे और आप बोल दो कि सब को अपना बता दो। ऐसा कभी नहीं हुआ कि राज्य अपराध में, महिलाओं पर अत्याचार, किसानों पर अत्याचार में नंबर-1 पर रहा हो। आपके पास कोई मुद्दे नहीं हैं। शर्म करो थोड़ी… समाज के असली मुद्दों पर चर्चा नहीं चाहते हैं।
गौरतलब है कि भोर में लाउडस्पीकर से होने वाली अजान से नींद में खलल पड़ने से “परेशान” इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी को एक पत्र लिखकर कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। पत्र में प्रो. श्रीवास्तव ने कहा है, “प्रतिदिन सुबह 5:30 बजे मेरे घर के पास स्थित मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर से मौलवी द्वारा अजान दी जाती है जिससे मेरी नींद टूट जाती है और नींद ऐसी टूटती है कि लाख कोशिशों के बावजूद दोबारा नींद नहीं आती है।” प्रो श्रीवास्तव ने लिखा है, “नींद पूरी नहीं होने से दिनभर सिरदर्द बना रहता है जिससे उनका कार्य प्रभावित होता है। मैं किसी धर्म या जाति के खिलाफ नहीं हूं और वे माइक के बगैर अजान दे सकते हैं जिससे दूसरे लोग प्रभावित ना हों।”