किसानों का आंदोलन जारी है। केंद्र सरकार लगातार किसानों को भरोसा दिला रही है कि एमएसपी को खत्म नहीं किया जाएगा और यह कानून किसानों की बेहतरी के लिए है। किसान आंदोलन के विषय पर ‘आज तक’ के डिबेट शो में एंकर रोहित सरदाना ने भारतीय कृषक समाज के अध्यक्ष कृष्णवीर चौधरी और किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत से पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने से मान जाएंगे किसान?

इसपर किसान नेता कृष्णवीर चौधरी ने कहा कि ‘हर समस्या का समाधान चर्चा से ही होता है और बिना चर्चा के किसी समस्या का समाधान नहीं होता। हम भी यहीं चाहते हैं कि जितनी जल्दी इसका समाधान हो वहीं देश हित में है..कोई भी आंदोलन ज्यादा लंबा नहीं चलना चाहिए। किसानों को बरगला कर यह बताया जा रहा है कि मंडी बंद हो जाएगी, एमएसपी खत्म हो जाएगा, जमीन छिन जाएगा। इसकी वजह से देरी हो रही है।

इसपर पैनल में मौजूद राकेश टिकैत ने कहा कि ‘ये भी यहीं चीज कह रहे हैं कि जो एमएसपी है उसके नीचे खरीद ना हो। बाहर का कोई भी खरीदे उससे किसान को कोई मतलब नहीं है लेकिन एक एमएसपी का पैरामीटर तो हो जाए…सरकार से हमने यहीं तो कहा है कि एमएसपी के नीचे कोई ना खरीदे..आप इस बात को डालिए कानून में। अब अगर कानून बनने से पहले गोदाम बन जाएंगे तो कोई ना कोई सांठगाठ तो जरुर है।’

चर्चा के दौरान एंकर ने पूछा कि जब सरकार बार-बार यह कह रही है कि किसान की सारी बातों पर हम संशोधन लाने को तैयार हैं…तब इसपर कृष्णवीर चौधरी ने कहा कि ‘तो हम भी तैयार हैं कि सरकार संशोधन कर दे’…लेकिन कृष्णवीर चौधरी को बीच में ही टोकते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि ‘नहीं, नहीं..मैं संशोधन पर तैयार नहीं हूं..कृष्णवीर चौधरी हो सकते हैं…हम तैयार नहीं हैं…

ये कानून वापस लेना होगा…फ्रेश कानून बनाना पड़ेगा कि जब कोई भी व्यापारी व्यापार करने के लिए खरीद करेगा तो एमएसपी से कम पर ना खरीदे और यह बात कानून के दायरे में आना चाहिए…ऐसा नहीं करने वाले को सजा और जुर्माना दोनों लागू होना चाहिए…अगर ऐसा नहीं होगा तो व्यापारी, किसान को लूट लेगा।