वित्‍त मंत्री अरुण जेटली की ओर से दायर मानहानि के मुकदमे में मंगलवार को दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जवाब दाखिल किया। दिल्ली हाईकोर्ट में जवाब दाखिल करते हुए केजरीवाल ने अपने ऊपर लगाए आरोपों को यह कहकर खारिज कर दिया कि ‘जेटली का कोई मान ही नहीं है तो हानि कैसे हुई?’ कोर्ट में दाखिल किए गए 2000 पन्‍ने के जवाब में अरविंद केजरीवाल ने डीडीसीए में भ्रष्‍टाचार से जुड़े दस्‍तावेज भी भेजे हैं। कुछ दिनों पहले अरुण जेटली और अरविंद केजरीवाल कोलकाता में मिले थे, जहां दोनों ने एक साथ डिनर किया था। केजरीवाल मंच पर अरुण जेटली को देखते ही हाथ जोड़े थे, तब लगा था कि दोनों के बीच तल्‍खी कुछ कम हुई है, लेकिन दिल्‍ली लौटते ही उन्‍होंने फिर से तेवर दिखा दिए हैं।

कोलकाता में सारी कड़वाहट भूल गए अरविंद केजरीवाल, मंच पर अरुण जेटली को देखते ही जोड़े हाथ 

आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले अरुण जेटली ने कोर्ट में अपनी बात रखते हुए कोर्ट से कहा था कि उन्‍होंने डीडीसीए से एक पैसा नहीं लिया और केजरीवाल तथा उनके नेताओं के आरोपों से उनकी छवि खराब हुई है। इसी आरोप के जवाब में केजरीवाल ने अपने जवाब में लिखा, ‘अरुण जेटली का यह कहना कि उनकी छवि सम्मानित व्यक्ति की है, बढ़ा-चढ़ाकर किया गया दावा है। इसका आधार नहीं है। 2014 के चुनाव में बीजेपी की सफलता के बावजूद जेटली 1 लाख से ज्यादा वोटों से हार गए थे। भारतीय लोकतंत्र ने कभी इनके सार्वजनिक सम्मान के दावे को स्वीकार नहीं किया।’

केजरीवाल ने कहा है कि जेटली का ये दावा बिल्कुल गलत है कि उनके सम्मान को कोई क्षति पहुंची है। यह मुकदमा इस बात पर नहीं कि उनके निजी सम्मान को क्षति पहुंचाई गई है, बल्कि इस बात पर है कि उनके सार्वजनिक सम्मान को हानि हुई है।’

अरुण जेटली ने डीडीसीए मामले में दिल्ली हाईकोर्ट में केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के पांच अन्य नेताओं पर 10 करोड़ का मानहानि का मुकदमा कर रखा है। केजरीवाल और राघव चड्ढा ने मंगलवार को अपने जवाब कोर्ट में दाखिल करा दिए। आम आदमी पार्टी ने 2000 पन्‍नों के जवाब के अलावा तीन सीडी भी अदालत को सौंपी हैं।

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