खुद को ‘दैवीय शक्ति’ बताकर अपने पति और सास-ससुर पर कथित रूप से अत्याचार करने वाली 27 वर्षीय महिला के खिलाफ यहां अदालत में घरेलू हिंसा के आरोपों में मामला दर्ज किया।
प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी (जेएमएफसी) रेखा आर. चंदवंशी ने सूरजबाई नागवंशी (45) की शिकायत पर उनकी बहू नेहा (:27) के खिलाफ घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत 25 मार्च को मामला दर्ज करने का आदेश दिया।
सूरजबाई के वकील कृष्ण कुमार कुन्हारे ने आज संवाददाताओं को बताया कि अदालत ने उनकी मुवक्किल की शिकायत पर महिला और बाल विकास विभाग के एक अधिकारी को जांच का आदेश दिया था। इस अधिकारी की जांच रिपोर्ट की रोशनी में अदालत में नेहा के खिलाफ घरेलू हिंसा के आरोपों में मामला दर्ज किया गया।
उन्होंने बताया कि सूरजबाई के बेटे दीपक से नेहा की शादी वर्ष 2007 में हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद नेहा खुद को दैवीय शक्ति बताकर अपने पति से अपने पैर दबवाती और घर का खाना बनवाती थी। जब सास-ससुर ने इसका विरोध किया, तो उन्होंने उन पर भी कथित तौर पर अत्याचार शुरू कर दिये।
कुन्हारे ने कहा कि सूरजबाई ने अदालत में दर्ज शिकायत में नेहा पर यह आरोप भी लगाया कि वह उन्हें और उनके पति को चाय के साथ मूत्र मिलाकर पिलाती थी। जब सूरजबाई ने नेहा की इस कथित हरकत का विरोध किया, तब उसने उन्हें धमकी दी कि वह उन्हें और उनके परिवारवालों को दहेज प्रताड़ना के मामले में फंसा देगी।
कुन्हारे ने बताया कि नेहा का भाई सत्यम बहल (35) पुलिस विभाग में आरक्षक के रूप में तैनात है। सूरजबाई ने सत्यम पर अपनी वर्दी का रौब गांठकर उन्हें धमकाने के आरोप लगाये हैं।
मामले में अगली सुनवाई 12 मई को होनी है।