पश्चिम बंगाल के मिरिक और दार्जिलिंग पहाड़ियों में रविवार को लगातार बारिश के कारण हुए भारी भूस्खलन में कई बच्चों सहित कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन के कारण कई घर बह गए, सड़कें क्षतिग्रस्त हो गईं, दूरदराज के कई गांवों का संपर्क टूट गया तथा सैकड़ों पर्यटक फंस गए। दार्जिलिंग के स्थानीय लोगों ने हालात को भयावह बताया।

मिरिक में रहने वाली मजदूर पेमा भूटिया ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, “हमने बाढ़ और तूफ़ान देखे हैं लेकिन ये कभी नहीं। सब कुछ मिनटों में हो गया। पहाड़ी मानो एक लहर की तरह नीचे आ गिरी।” तीस्ता बाज़ार के पास काम कर रही नागरिक सुरक्षा टीम के सदस्य रोहित छेत्री ने कहा, “शनिवार से हम घर नहीं गए हैं। हममें से कुछ लोगों ने भूस्खलन में अपने दोस्त खो दिए हैं।” उन्होंने कहा, “ज़मीन अभी भी अस्थिर है लेकिन हम रुक नहीं सकते। लोग इंतज़ार कर रहे हैं।”

दुर्गा पूजा के बाद की छुट्टियों में घूमने आए पर्यटक होटलों में फंसे हुए हैं। कुछ ने बचावकर्मियों की मदद के लिए स्वेच्छा से आगे आए हैं। राहत सामग्री पैक करने में मदद कर रही हावड़ा की एक पर्यटक अंजलि दास ने कहा, “हम बस बैठकर देख नहीं सकते थे। स्थानीय लोग हमारे प्रति बहुत दयालु रहे हैं। कम से कम हम इतना तो कर ही सकते हैं।”

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उत्तर बंगाल के पहाड़ी जिलों में अगले 24 से 48 घंटों में भारी बारिश की संभावना

उत्तर बंगाल के पहाड़ी जिलों में अगले 24 से 48 घंटों में अधिक बारिश होने की संभावना है जिससे और अधिक भूस्खलन होने की संभावना है। मौसम विभाग ने रविवार को कहा कि अगले 48 घंटों में दार्जिलिंग और कलिम्पोंग के पहाड़ी जिलों में 7-20 सेंटीमीटर के बीच भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के बुलेटिन में कहा गया है, “इस भारी बारिश से दार्जिलिंग और कलिम्पोंग के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन, भीषण जलभराव और बाढ़ और तीस्ता, तोरसा, रैडक और जलढाका जैसी प्रमुख नदियों के जलस्तर में चिंताजनक वृद्धि सहित कई खतरे पैदा हो सकते हैं।” मौसम विभाग ने पहाड़ी क्षेत्रों के निवासियों को भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से बचने की सलाह दी है। वहीं, उत्तर में जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरद्वार जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है

पश्चिम बंगाल: भूस्खलन और बाढ़ से 23 लोगों की मौत

एनडीआरएफ और बंगाल सरकार के दार्जिलिंग व जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन द्वारा संकलित रिपोर्ट के अनुसार, कई स्थानों – सरसली, जसबीरगांव, मिरिक बस्ती, धार गांव (मेची), नागराकाटा और मिरिक झील क्षेत्र से लोगों के मारे जाने की खबर है। निकटवर्ती जलपाईगुड़ी जिले के नागराकाटा में एक अलग बचाव अभियान में भूस्खलन के मलबे से पांच शव बरामद किए गए। एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया, “अब तक मिरिक, दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी में कुल 23 लोगों की मौत हो चुकी है।” एनडीआरएफ के बयान के अनुसार, भूस्खलन से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र मिरिक में कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई है और सात घायलों को क्षेत्र से बचा लिया गया है।

दार्जिलिंग की पहाड़ियों में सैकड़ों पर्यटक फंसे

दार्जिलिंग की पहाड़ियों में आए सैकड़ों पर्यटक भारी वर्षा के कारण हुए भूस्खलन के कारण फंस गए हैं। उनमें से कई, जिनमें कोलकाता और बंगाल के अन्य हिस्सों से आए परिवार और समूह शामिल थे, मिरिक, घूम और लेपचाजगत जैसे लोकप्रिय स्थानों पर जा रहे थे। पहाड़ियों पर शनिवार से ही बारिश हो रही थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ितों के लिए मुआवजे की घोषणा की, लेकिन राशि का उल्लेख नहीं किया और कहा कि वह छह अक्टूबर को उत्तर बंगाल का दौरा करेंगी और क्षेत्र की स्थिति का आकलन करेंगी,

कांग्रेस ने रविवार को पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हुए विनाशकारी भूस्खलन पर गहरी चिंता व्यक्त की और केंद्र से प्रभावित राज्यों को राहत सहायता प्रदान करने का आग्रह किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पार्टी नेता राहुल गांधी ने घटना में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और केंद्र से प्रभावित राज्यों को राहत सहायता प्रदान करने का आग्रह किया। राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रशासन से अपील है कि राहत और बचाव कार्यों में और तेजी लाई जाए। केंद्र सरकार से आग्रह है कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रभावित राज्यों को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराए। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से अनुरोध करता हूं कि प्रशासन का सहयोग और प्रभावित लोगों की हरसंभव मदद करें।”

दिल्ली में साफ हवा

बारिश से दिल्ली की हवा पिछले वर्षों की तुलना में अधिक समय तक साफ रहने की उम्मीद है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, शहर में सोमवार और मंगलवार को भी बारिश होने की संभावना है। मानसून की विदाई के बाद भी, इस महीने अब तक दिल्ली की हवा संतोषजनक या मध्यम श्रेणी में बनी हुई है। रविवार और सोमवार को AQI मध्यम रहा। आने वाले दिनों में इसमें सुधार होने की उम्मीद है। सोमवार को AQI मध्यम रहने की उम्मीद है लेकिन बारिश के कारण इसका असर कम रहेगा। पूर्वानुमान में कहा गया है, “कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश के एक-दो दौर होने की संभावना है, साथ ही गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। मंगलवार को हल्की बारिश की भी संभावना है, जिससे AQI के संतोषजनक श्रेणी में पहुंचने की उम्मीद है।

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(इनपुट- पीटीआई/भाषा)