Cyrus Mistry Death: टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) का रविवार (4 सितंबर) को एक सड़क हादसे में निधन हो गया। मुंबई के पास पालघर में यह सड़क हादसा हुआ है। दुर्घटना के बाद मिस्त्री को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
साइरस मिस्त्री एक बिलियनेयर परिवार से ताल्लुक रखने वाले देश के जानेमाने उद्योगपति थे। उन्होंने बिजनेस की पढ़ाई लंदन से की थी। वह रियल स्टेट के बिलियनेयर बिजनेसमैन पलोनजी शापूरजी मिस्त्री के छोटे बेटे हैं। शापूरजी पलोनजी समूह के मालिक और टाटा समूह के सबसे बड़े शेयरहोल्डर पलोनजी मिस्त्री के बेटे साइरस को 2012 में टाटा संस का छठा चेयरमैन नियुक्त किया गया था। वह समूह का नेतृत्व करने के लिए टाटा परिवार के बाहर के दूसरे व्यक्ति थे।
2016 में पद से हटाए गए: उन्होंने यह कुर्सी सिर्फ चार साल के लिए संभाली थी, जो कि टाटा समूह के किसी प्रमुख के लिए सबसे कम कार्यकाल था। मिस्त्री को 24 अक्टूबर 2016 को टाटा संस के चेयरमैन पद से हटा दिया गया था और बाद में 6 फरवरी, 2017 को होल्डिंग कंपनी के बोर्ड में निदेशक के रूप में भी हटा दिया गया था।
रतन टाटा ने की थी तारीफ: जब साइरस को 2011 में टाटा ग्रुप का डिप्टी चेयरमैन बनाया गया, तो रतन टाटा ने उनकी काफी तारीफ की थी। टाटा ने कहा था, “साइरस अगस्त 2006 से ही टाटा संस के बोर्ड में रहे हैं और मैं उनकी गुणवत्ता, उनकी दक्ष समझ और विनम्रता से काफी प्रभावित रहा हूं। वे दी गई जिम्मेदारियों को निभाने के लिए समझदार और योग्य व्यक्तित्व हैं। मैं अगले कुछ साल उनके साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हूं, जिससे उन्हें एक्सपोजर में मदद मिलेगी। इससे मेरे रिटायरमेंट के बाद उन्हें पूरी जिम्मेदारी उठाने में मदद मिलेगी।”
हालांकि, महज चार साल बाद ही सायरस के कुछ फैसलों ने रतन टाटा को वापस ग्रुप का नेतृत्व करने के लिए लौटने पर मजबूर कर दिया। बाद में दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया।
टाटा और मिस्त्री दोनों ही परिवारों के बीच रिश्ते सिर्फ औद्योगिक स्तर पर ही नहीं थे, बल्कि यह रिश्ते पारिवारिक भी रहे। माना जाता है कि शपूरजी-पलोनजी ग्रुप ने टाटा संस में तब शेयर हासिल किए थे, जब 1930 के दशक में टाटा ने एफई दिनशॉ एंड कंपनी को खरीदा था। हालांकि, टाटा कंपनी का कहना है कि मिस्त्री परिवार के पास 1965 तक टाटा के कोई शेयर नहीं थे।
मिस्त्री समूह अभी भी टाटा ग्रुप में शेयरधारक: मिस्त्री ने बाद में टाटा परिवार से अधिक हिस्सेदारी हासिल कर ली, जिससे एसपी समूह की हिस्सेदारी लगभग 16.5 प्रतिशत हो गई। मिस्त्री ने टाटा कंपनी में अपनी हिस्सेदारी बनाए रखने के लिए 90 के दशक में टाटा संस के राइट्स इश्यू में 60 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया था। बाद में उन्होंने जेआरडी टाटा के भाइयों से इन शेयरों को खरीदा। अभी भी मिस्त्री समूह टाटा ग्रुप में शेयरधारक है। फिलहाल टाटा परिवार की चैरिटेबल ट्रस्ट के पास ग्रुप की 66 फीसदी हिस्सेदारी है।
टाटा और मिस्त्री परिवारों के रिश्ते पारिवारिक भी रहे: समूह के संरक्षक रतन टाटा के साथ मतभेदों के बाद साइरस मिस्त्री को 24 अक्टूबर 2021 को टाटा संस के बोर्ड द्वारा अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था। बाद में मिस्त्री ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) का रुख किया। टाटा-मिस्त्री परिवारों के रिश्ते पारिवारिक स्तर के भी रहे। रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा की शादी अलू मिस्त्री से हुई थी, जो कि पलोनजी मिस्त्री की बेटी और सायरस मिस्त्री की बहन हैं। पलोनजी मिस्त्री खुद टाटा संस में निदेशक पद पर रहे। 2006 में इसी पद पर साइरस मिस्त्री भी रहे।