Cylone Dana News: पश्चिम बंगाल सरकार ने चक्रवात ‘दाना’ के खतरे को देखते हुए राज्य के आठ जिलों में 23 से 26 अक्टूबर तक स्कूल और कॉलेज बंद करने का निर्णय लिया है। इन जिलों में दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना, पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, झारग्राम, बांकुरा, हुगली, हावड़ा और कोलकाता शामिल हैं। नौका सेवाएं भी निलंबित रहेंगी। इस दौरान सरकार ने तटीय इलाकों में संभावित नुकसान की आशंका के चलते हाई अलर्ट जारी कर दिया है। तूफान के चलते रेलवे ने 150 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया है।
मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि चक्रवात 24 से 25 अक्टूबर के बीच ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों से टकरा सकता है। चक्रवात के दौरान 100-120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका है। इसके मद्देनजर मछली पकड़ने की गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है और तटरक्षक बल राहत कार्यों के लिए पूरी तरह से तैयार है। सरकार ने सतही परिवहन और नौका सेवाओं के संचालन पर भी निगरानी बढ़ा दी है।
भारी बारिश से निपटने की तैयारियां तेज
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि राज्य प्रशासन ने निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने तटीय क्षेत्रों में दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) की संभावित भूमिका पर भी चिंता जताई। इसके साथ ही कोलकाता नगर निगम ने भारी बारिश से निपटने की तैयारियां तेज कर दी हैं, जिसमें नगर आयुक्त धबल जैन ने आकस्मिक योजनाओं पर चर्चा की।
कोलकाता एयरपोर्ट के अधिकारी भी चक्रवात के संभावित प्रभाव से निपटने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद हैं। एयरपोर्ट निदेशक प्रवत रंजन बेउरिया ने बताया कि एयरपोर्ट परिसर की जल निकासी व्यवस्था और अन्य बुनियादी ढांचे का निरीक्षण किया जा रहा है। भारी बारिश और तेज हवाओं की स्थिति में एयरपोर्ट के संचालन पर असर पड़ सकता है, और स्थिति की समीक्षा के लिए आगामी बैठकें तय की गई हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 7वीं बटालियन भी राहत कार्यों के लिए पूरी तरह से तैयार है। भटिंडा से आई 152 जवानों की टीम को पांच जिलों में तैनात किया जाएगा। एनडीआरएफ की टीमें राहत सामग्री वितरित करने, बचाव कार्य और बाढ़ से निपटने में जिला प्रशासन की सहायता करेंगी। आवश्यक उपकरणों के साथ, ये टीमें किसी भी आपदा से निपटने के लिए तत्पर हैं।
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने विधायकों से अपील की है कि वे अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में रहकर चक्रवात से प्रभावित लोगों की मदद करें। उन्होंने राहत और बचाव कार्यों को तेज करने के लिए जिला प्रशासन के साथ समन्वय बढ़ाने का निर्देश दिया है। चक्रवात के चलते राज्य सरकारें स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव तैयारी कर रही हैं।