संकटग्रस्त Yes Bank ने मंगलवार सुबह IMPS और NEFT सेवा फिर चालू कर दी। बैंक ने इसी के साथ बताया कि खाताधारक अन्य खातों के जरिए अपना यस बैंक क्रेडिट कार्ड का बकाया और अन्य लोन आदि चुका सकते हैं।

मंगलवार को बैंक के ट्वीट के मुताबिक, “इनवार्ड IMPS/NEFT सेवाएं फिर से चालू कर दी गई हैं। अब आप YES BANK Credit Card का बकाया और लोन आदि अन्य बैंक खातों से चुका सकते हैं। आपके सहयोग के लिए शुक्रिया।”

बैंक की तरफ से यह ऐलान ऐसे वक्त पर किया गया है, जब Reserve Bank of India (RBI) हफ्ते भर पहले Yes Bank के बोर्ड को भंग कर चुका है।

साथ ही कुछ मामलों को छोड़कर आरबीआई ने बैंक से निकासी की रकम पर भी सीमा तय कर दी है। शीर्ष बैंक के आदेशानुसार, यस बैंक से सिर्फ 50 हजार रुपए ही निकाले जा सकते हैं। हालांकि, ये सीमा तीन अप्रैल, 2020 तक के लिए है।

हालांकि, SBI चेयरमैन रजनीश कुमार ने एक न्यूज चैनल से सोमवार को कहा था- यस बैंक में आरबीआई द्वारा लगाई गई निकासी की सीमा से हफ्ते भर में रोक हट सकती है।

बकौल SBI चेयरमैन: “मैं यस बैंक खाता धारकों को सुनिश्चित करना चाहता हूं कि वे अपने पैसों को लेकर चिंतित न हों। एक बार हमें (एसबीआई) आगे बढ़ने दीजिए…। आर्थिक स्थिति ठीक है।”

Yes Bank संस्थापक के परिवार पर केसः सीबीआई ने सोमवार को यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर की पत्नी और तीन पुत्रियों के खिलाफ रिश्वत लेने के आरोपों के तहत मामला दर्ज कर दिया। साथ ही उनके परिवार को कथित तौर पर रिश्वत देने के मामले में मुंबई में सात स्थानों पर छापेमारी भी की।

सीबीआई ने उनके परिवार के सदस्यों समेत सात आरोपियों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (एलओसी) भी जारी किया है ताकि वे देश छोड़कर नहीं जा सकें। यह मामला घोटालों में घिरी डीएचएफएल द्वारा कपूर परिवार को कथित तौर पर 600 करोड़ रुपये की रिश्वत देने से जुड़ा है।

सीबीआई ने अपनी प्राथिमिकी में पांच कंपनियों, 62 वर्षीय कपूर, उनकी पत्नी बिंदु, और तीन बेटियों रोशनी, राखी और राधा सहित सात व्यक्तियों को नामजद किया है। इसके साथ ही एजेंसी ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है।

इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय यस बैंक के कर्ज खातों को खंगाल रहा है। वह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि बैंक ने औद्योगिक घरानों को करोड़ों रुपये के ऐसे कितने कर्ज दिये हैं जो बाद में गैर- निष्पादित राशि (एनपीए) में परिर्वितत हो गये।