गोवा में आम आदमी पार्टी (AAP) की बढ़ती लोकप्रियता पर शनिवार को केन्द्रीय रक्षा मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने तंज कसा। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गोवा इकाई के पूर्व प्रमुख सुभाष वेलिंगकर के सत्ताधारी बीजेपी के खिलाफ मोर्चो खोलने पर भी प्रतिक्रिया दी। पणजी में उन्होंने दावा किया कि वेलिंगकर के ”गैर-अनुशासित” वक्तव्यों पर वे ‘संघ की शिक्षा’ और अनुशासन की वजह से चुप हैं। पूर्व आरएसएस पदाधिकारी के राज्य सरकार के खिलाफ जाने पर पर्रिकर ने कहा, ”अगर दूसरा व्यक्ति अनुशासन तोड़कर कुछ करता है, तो भी मैंने पिछले छह महीनों से अपना अनुशासन बनाए रखा है। संघ ने मुझे यही सिखाया है लेकिन अगर वे खत्म (बीजेपी की आलोचना) नहीं करते तो मुझे चुप्पी तोड़नी पड़ जाएगी।”
AAP के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर चुटकी लेते हुए पर्रिकर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘बेरहम’ आलोचना करना ही दिल्ली के सीएम की ‘बढ़ी हुई जुबान’ के पीछे की वजह है। केजरीवाल को इसकी वजह से क्रॉनिफ कफ की दिक्कत थी जिसके लिए उन्होंने बुधवार को बेंगलुरु में सर्जरी कराई थी। पर्रिकर ने अपनी जुबान पर उंगलियों से कैंची बनाकर फिराते हुए कहा, ”मुझे छुट्टी पर चल रहे केजरीवाल से सहानुभुति है, लेकिन वहां (दिल्ली में) वे प्रधानमंत्री की आलोचना करते हैं और अपने प्रचार के दौरान (गोवा में, केजरीवाल) मेरे खिलाफ बाेलते हैं। इसकी वजह से उनकी जुबानी बड़ी हो गई है और अब… इसे छोटा करना ही पड़ेगा।” पर्रिकर ने केजरीवाल और उनके डिप्टी मनीष सिसोदिया पर दिल्ली को ‘छोड़’ देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ”सिसोदिया और अन्य AAP नेता फिनलैंड दौरे पर हैं। गोवा में, उनके मंत्री (सत्येन्द्र जैन) ने मोहल्ला क्लिनिक बनाने का प्रस्ताव दिया है, (जबकि) दिल्ली में करीब 40 लोग डेंगू और चिकुनगुनिया से मर गए हैं।
केजरीवाल के गले की सर्जरी करने वाले डॉक्टर के मुताबिक उनके मुंह के अनुपात में उनकी जीभ थोड़ी ज्यादा लम्बी हो गई थी। इसके आलावा उनके मुंह और गले के हिस्से की बनावट में भी कुछ परेशानी थी, जो उनके लगातार खांसी का कारण भी थी। गौरतलब है कि केजरीवाल को कफ की समस्या रहती है। वह पिछले 40 साल से अधिक समय से कफ से परेशान हैं।