मध्य प्रदेश के इंदौर में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन में जुटे एक शख्स ने कथित तौर पर खुद को आग के हवाले कर दिया, जिससे बाद में उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) के 75 वर्षीय कार्यकर्ता रमेश प्रजापत के रूप में हुई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रजापत ने शुक्रवार (24 जनवरी) को गीता भवन चौराहे पर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के सामने खुद को आग के हवाले कर दिया था।

90 फीसदी झुलस चुका था शरीरः रविवार (26 जनवरी) की रात प्रजापत ने इंदौर के एमवाय अस्पताल में दम तोड़ दिया। रमेश प्रजापत को 90 फीसदी झुलसने के बाद अस्पताल लाया गया था। पुलिस के मुताबिक उनके बैग से सीएए के खिलाफ पर्चे जब्त किए गए थे। घटना के कारणों की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही पूरी स्थिति साफ हो पाएगी।

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पुलिस बोली जांच के बाद कुछ कहेंगेः तुकोगंज थाने के एसएचओ निर्मल कुमार श्रीवास्तव ने कहा, ‘सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ कुछ पर्चे प्रजापत के बैग से बरामद हुए हैं। लेकिन सिर्फ इनके आधार पर यह नहीं कहा जा सकता कि उन्होंने खुद को इन कानूनों के विरोध में नुकसान पहुंचाया।’ सीपीएम नेता बादल सरोज ने दावा किया कि वे हाल ही में बने नागरिकता कानून और एनपीआर की वजह से उन्होंने यह कदम उठाया।

‘सुसाइड समस्या का हल नहीं’: सरोज ने कहा, ‘उन्होंने इस मुद्दे पर जागरूकता फैलाने के लिए भाषण दिया था। यह घातक कदम उठाने से पहले उन्होंने खुद पंपलेट्स लिखे थे, जिन्हें वे अपने साथ ले जा रहे थे। हालांकि हम नहीं मानते कि इस तरह से सुसाइड कर लेना किसी समस्या का हल नहीं हो सकता।’