सीपीआई महासचिव डी राजा द्वारा एनी राजा के बयान का समर्थन करने को लेकर पार्टी में विवाद बढ़ता जा रहा है। पार्टी नेता राजेंद्रन ने कहा है कि राजा के बयान से मैं सहमत नहीं हूं। वो पार्टी के महासचिव हैं लेकिन उन्हें पार्टी लाइन पर चलना चाहिए। उन्होंने कहा है कि राजा कुछ समय के लिए भूल गए हैं कि वह पार्टी प्रमुख हैं और वो सिर्फ एनी के पति की तरह व्यवहार कर रहे हैं।
बताते चलें कि एनी राजा ने बयान दिया था कि राज्य पुलिस में आरएसएस के तत्व थे जिन्होंने वाम शासित राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार की घटनाओं को बढ़ा दिया है। उनके बयान का समर्थन डी राजा ने भी किया था। बताते चलें कि हाल के कई दिनों में कई मौकों पर डी राजा को लेकर पार्टी में विवाद देखने को मिला है। बंगाल और केरल के कई नेताओं ने नेतृत्व के फैसलों पर सवाल खड़े किए हैं।
गौरतलब है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के 100वें स्थापना दिवस पर भारत स्थित चीनी दूतावास में आयोजित सेमिनार में कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेताओं ने शिरकत की थी। सीपीआई महासचिव डी. राजा जैसे दिग्गज लेफ्ट नेताओं ने इस सेमिनार में पहुंचे थे। जिसके बाद विपक्षी दलों के निशाने पर भी राजा आ गए थे।
कन्हैया कुमार को लेकर भी अटकलें: भाकपा के युवा नेता कन्हैया कुमार को लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म है। हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि कन्हैया कुमार पार्टी में अपने कद को लेकर परेशान हैं और वो कांग्रेस नेतृत्व के संपर्क में बताए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि कन्हैया कुमार ने प्रशांत किशोर के साथ राहुल गांधी से भी मुलाकात की है। हालांकि कन्हैया कुमार की तरफ से अब तक पार्टी को लेकर कोई बयान नहीं दिया गया है। बताते चलें कि पिछले दो दशक में भाकपा के जनाधार में तेजी से गिरावट आयी है। बंगाल, बिहार सहित देश के कई राज्यों में पार्टी के मतों और सीटों में काफी गिरावट हुई है।