कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार ने राज्य सरकार ने महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और गुजरात से आने वाली गाड़ियों, ट्रेनों और फ्लाइट्स पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। दरअसल, माना जा रहा है कि राज्य सरकार ने यह फैसला इस वजह से लिया है क्योंकि इन पांच राज्यों में ही देश के दो तिहाई कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं। महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 58 हजार के पार हो गया है। तमिलनाडु में करीब 19 हजार कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, गुजरात में 15,205 मरीज, राजस्थान में करीब 8 हजार मरीज और मध्य प्रदेश में 7 हजार से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं।
गौरतलब है कि अधिकतर राज्य सरकारों और केंद्रशासित क्षेत्रों के प्रशासनों ने उनके क्षेत्र में बाहर से आने वालों के लिए कम से कम सात दिन के अनिवार्य पृथक-वास का नियम बनाया है, वहीं कुछ राज्यों ने बाहर से आने वालों के लिए घर पर पृथक-वास को अनिवार्य बनाया है। एक आधिकारिक आकलन के मुताबिक, 26 मई की स्थिति के अनुसार, विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पृथक-वास केंद्रों में कुल 22.81 लाख लोग हैं। कोविड-19 महामारी की वजह से लागू लॉकडाउन के दौरान विदेश से लौटे या देश में ही एक स्थान से दूसरे स्थान जाने वाले करीब 23 लाख लोग इस समय राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा बनाई गयी पृथक-वास सुविधाओं में हैं।
भारत में कोरोना से मौतों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों की बात की जाए, तो महाराष्ट्र में हालात काफी खराब हैं। यहां अब पीड़ितों की संख्या 58 हजार पार कर चुकी है। वहीं, 24 घंटे में 105 नई मौतों के साथ अब मृतकों की संख्या 1897 हो गई है। राज्य में पिछले 13 दिनों से लगातार हर दिन दो हजार नए केस सामने आ रहे हैं।
वहीं, कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में गुरुवार को कोरोना के 115 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 2533 हो गई है।