कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से महाराष्ट्र की तरह ओडिशा भी जूझ रहा है। वहां के स्वास्थ्य मंत्री नबा किशोर दास ने कहा है कि उनके राज्य में कोविड-19 रोधी टीके की खुराकों की कमी हो गई है। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से तुरंत कम से कम दस दिन के लिए जरूरी टीके (25 लाख कोविशील्ड खुराक) उपलब्ध कराने की मांग की है।

इसी तरह मुम्बई शहर में कोविड-19 रोधी टीके की खुराकों की भी कमी होने पर चिंता जताते हुए महापौर किशोरी पेडनेकर ने बुधवार को केंद्र से तत्काल सप्लाई बढ़ाने की अपील की। इस सिलसिले में महाराष्ट्र सरकार ने भी केंद्र से तुरंत टीके की खुराक भेजने की मांग की है। महापौर ने संवाददाताओं से कहा कि मुम्बई में मंगलवार दोपहर तक टीकाकरण अभियान की मुख्य दवा कोविशील्ड की बस 1.76 लाख खुराक थीं। उन्होंने कहा कि अब तो इनकी संख्या और कम हो गई होगी। ये खत्म होने वाली हैं। कहा कि वर्तमान में कोविड-19 टीके शहर में 108 चिकित्सा केंद्रों पर लगाये जा रहे हैं तथा कुछ स्थानों जैसे बड़े स्वास्थ्य केंद्रों पर रोजाना करीब 2000 टीके लगाये जा रहे हैं। हालांकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन महाराष्ट्र सरकार की मांग पर बिफर उठे। बोले वैक्सीन की कमी नहीं, अपनी नाकामी को शिवसेना सरकार छिपा रही।

भारत में कोरोनावायरस केसों की रफ्तार डरावना रूप ले चुकी है। पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना के 1 लाख 15 हजार 736 केस सामने आए हैं। यह देश में एक दिन में मिलने वाले केसों का नया रिकॉर्ड है। इस दौरान 630 लोगों की मौत भी हुई है। इन बिगड़ते हालात के चलते दिल्ली के बाद अब पंजाब ने भी 30 अप्रैल तक नाइट कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया है। अमरिंदर सरकार के आदेश के मुताबिक, नाइट कर्फ्यू रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक जारी रहेगा। इतना ही नहीं राज्य में अब राजनीतिक जमावड़ा लगाने की भी इजाजत नहीं होगी।

इस बीच शिव सेना नेता संजय राउत महाराष्ट्र सरकार की आलोचना करने के लिये बुधवार को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी को आड़े हाथ लिया। कहा कि कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के लिये राज्य सरकार द्वारा लागू किये गये प्रतिबंधों का विपक्षी दल ने पहले तो समर्थन किया और अब वह विरोध कर रही है।