हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के तीन देशों में पाए गए कोरोना के नए स्वरूप के बारे में एम्स सामुदायिक चिकित्सा विभाग के डा संजय राय का कहना है कि अभी तक विषाणु के इस नए स्वरूप (बी.1.1.529) के बारे में ठीक -ठीक कुछ नहीं पता।
हालांकि इस बात की आशंका है कि यह लोगों के मौजूदा प्रतिरक्षा तंत्र को भेद सकता है। उन्होंने जनसत्ता से बातचीत में कहा है कि अगर यह टीका लगाने वालों में होगा तब तो उतना खतरनाक नहीं होगा लेकिन अगर यह कोरोना से संक्रमित हो चुके व प्रतिरक्षा विकसित कर चुके लोगों में होता है तब यह खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि अभी इसपर लगातार नजर बनाए रखने व सरकार की ओर से चौकसी बरते जाने की जरूरत है। लेकिन इस पर जनता को अभी घबराने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया भर में जो मामले बढ़ रहे हैं डेल्टा के उनमें यह देखा गया है कि मामले जरूर तेजी से आ रहे हैं। लेकिन वह खतरनाक नहीं हो रहे। इसी तरह दिल्ली में 90 फीसद लोग कोरोना से प्रतिरोधी हो चुके हैं। यही वजह है कि तमाम ढील के बाद भी अभी यहां मामले बढ़े नहीं हैं।
कोरोना पर बढ़ती चिंता, केजरीवाल ने बुलाई बैठक
दक्षिण अफ्रीकी देशों में कोरोना के नए स्वरूप ने देश सहित दिल्ली की चिंता बढ़ा दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार ने अफ्रीकी देशों से कोविड-19 के नए स्वरूप के खतरे के मद्देनजर सोमवार क ो बैठक बुलाई है।
बैठक में कोरोना के नए स्वरूप के संक्रमण से बचने व निपटने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा क ी जाएगी। बैठक में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सहित संबंधित विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। नए स्वरूप का पता चलने के बाद केंद्र सरकार ने गुरुवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा कि दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से आने वाले या इन देशों के रास्ते आने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की कड़ी जांच की जाए। इन देशों में कोविड-19 के नए स्वरूप के सामने आने की सूचना है।