जापान इस वक्त कोरोना वायरस संक्रमण की एक नई लहर से जूझ रहा है। इस बीच उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने वहां के अधिकारियों से “मुंबई मॉडल” का पालन करने का आग्रह किया है। आनंद महिंद्रा ने कहा कि सभी को यह समझना चाहिए कि वायरस को तभी हराया जा सकता है जब हम “दुनिया को एक साथ ठीक करने” के लिए सामूहिक प्रयास करें।

महिंद्रा समूह के अध्यक्ष ने लोगों से देश को कोसना छोड़ने के लिए भी कहा। कारोबारी ने यह सुझाव देते हुए कि कहा कि ऐसा करने से लड़ाई में कुछ भी मदद नहीं हो सकती है। महिंद्रा नियमित रूप से महामारी के बारे में सोशल मीडिया पर बात करते रहे हैं और ऐसे सुझाव या रीट्वीट किए हैं जिनका दूसरों को इस कठिन समय में पालन करना चाहिए। मंगलवार को, उन्होंने एक रिपोर्ट साझा करते हुए कहा कि जापान के ओसाका, जो कि एक बड़ा बंदरगाह शहर है और मुंबई के समान एक वाणिज्यिक केंद्र है, में महामारी की एक ताजा लहर के दौरान अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर की कमी देखी जा रही है।


कई लोगों ने ऐसा बोलने के लिए महिंद्रा की सराहना की। लोगों ने कहा कि कुछ लोग सिर्फ आलोचना कर रहे हैं और कोई रचनात्मक सुझाव नहीं दे रहे हैं। लेकिन कई ऐसे भी थे जो महिंद्रा से असहमत थे और कहा कि सरकार की आलोचना करने की तुलना राष्ट्र की आलोचना करने से नहीं की जानी चाहिए।

बता दें कि पिछले साल पहली लहर से सीखते हुए, मुंबई में अधिकारियों ने दूसरी लहर से निपटने के लिए कई सुधार किए हैं। कुछ निजी अस्पतालों सहित केंद्रीकृत बिस्तर आवंटन व्यवस्था और ऑक्सीजन की कमी से निपटने के लिए भंडारण सुविधाओं की व्यवस्था की गई।

महाराष्ट्र सरकार ने स्थिति की नियमित निगरानी के लिए एक डैशबोर्ड भी बनाया है। कई लोगों ने इसकी सराहना की है। आनंद महिंद्रा ने इस महीने की शुरुआत में ट्वीट किया था: मुंबई में कोरोना वायरस के मामले फरवरी में चरम पर पहुंचने लगे थे। 4 अप्रैल को, शहर ने 11,206 नए मामलों में एक दिवसीय उच्चतम वृद्धि दर्ज की। लेकिन मई की शुरुआत के बाद से, शहर के COVID-19 केस लोड में गिरावट शुरू हो गई है। सोमवार को, मुंबई ने 1,057 नए मामले दर्ज किए, एक दिन पहले से 374 मामलों की गिरावट।