कोरोना महामारी के बीच पिछले दिनों उत्तरप्रदेश से भयावह तस्वीरें सामने आई थी। उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में हजारों की संख्या में शवों को गंगा किनारे रेत में दफन कर दिया गया था। इसी मुद्दे पर टीवी डिबेट के दौरान जब कांग्रेस प्रवक्ता ने रेत में दफन किए गए लाशों का मुद्दा उठाया तो भाजपा प्रवक्ता ने जवाब देते हुए कहा कि इन्हें पता ही नहीं देश में जल समाधि की प्रक्रिया है।
दरअसल इंडिया टीवी पर टीवी डिबेट के दौरान एंकर ने कमलनाथ के इंडियन वैरिएंट वाले बयान को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता से सवाल पूछते हुए कहा कि क्या इन बयानों से देश की बदनामी नहीं होती है। इस सवाल के जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने कहा कि देश तब बदनाम होता है जब मौतों के आंकड़ों को छुपाए जाते हैं..जब प्रधानमंत्री घडियाली आंसू बहाते हैं। जहां शवों का अंतिम संस्कार हिंदू विधि से होना था लेकिन लकड़ियों की कमी की वजह से उन्हें रेत में दबाया गया, हलकी बारिश हुई तो शव बाहर आ गए और कुत्ते उन्हें नोच कर खाने लगे। प्रधानमंत्री जी के इन हरकतों पर देश शर्मसार है।
डिबेट के पैनल में ही मौजूद रही भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने अलका लांबा के इन बातों का जवाब देते हुए कहा कि ये जो रेत में लाश दफ्न किए जाने की बात कर रही थीं लेकिन इन्हें यह पता नहीं होगा कि देश में एक जल समाधि की प्रक्रिया है, हालांकि केंद्र सरकार ने इसे बंद करने को कहा है। नुपूर शर्मा के इतना कहते ही अलका लांबा कहने लगीं कि आप शर्म कीजिए और साथ ही नुपूर शर्मा के ऊपर तंज कसते हुए हाथ से आगे बढ़ने का इशारा करने लगीं।
अलका लांबा के द्वारा हाथ से इशारा किए जाने पर नुपूर शर्मा ने कहा कि ये आप सोनिया गांधी को करतीं जब वो महाराष्ट्र के बीड में एक चिता पर 8 शवों को जलाए जाने से संतुष्ट थीं। महाराष्ट्र में ही जब एक एम्बुलेंस के अंदर 20 शवों को ठूस कर ले जाया गया तब भी वो संतुष्ट थीं। अनगिनत शवों को कूड़े दानों में डाला गया तो तब भी वो संतुष्ट थीं। आगे नुपूर ने कहा कि हम लोग तो चाइनीज वायरस कहते हैं लेकिन जब इनकी ही पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने चाइनीज वायरस लिखा तो उनके ट्वीट को डिलीट करा दिया गया।
केंद्र सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटे में करीब 240842 नए मामले सामने आए। साथ ही करीब 3741 लोगों की मौत इस महामारी की वजह से हो गई। वहीं इस अवधि में 355102 लोग ठीक भी हुए। पिछले 24 घंटे के आंकड़े सामने आने के बाद देश में अभी भी करीब 29 लाख मामले उपचाराधीन हैं। अभी तक कुल 2,99,266 लोगों की मौत कोरोना की वजह से हो चुकी है।
