नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री जोसेफ इ.स्टलिट्ज का दावा है कि कोरोना वायरस के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होगी और हालात 2008 की आर्थिक मंदी से भी ज्यादा खराब हो सकते हैं। बता दें कि कोरोना वायरस के आतंक के चलते पूरी दुनिया में प्रोडक्शन का काम बंद है। जिससे निर्यात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

प्रोफेसर जोसेफ इ.स्टलिट्ज ने हफिंग्टन पोस्ट इटली के साथ बातचीत में बताया कि ‘मौजूदा हालात बेहद मुश्किल हैं। यह सिर्फ एक आर्थिक संकट नहीं है बल्कि एक असली संकट है, जिससे सप्लाई और डिमांड बुरी तरह प्रभावित हुई है। मौद्रिक नीति ही काफी नहीं होगी क्योंकि यूरोप में पहले से ही ब्याज दर काफी कम हैं। यही हाल अमेरिका का है।’

प्रोफेसर जोसेफ स्टिग्लिट्ज कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पढ़ाते हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या हम 2008 से भी बुरे आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं? इस पर प्रोफेसर जोसेफ स्टलिट्ज ने बताया कि यह कई मामलों में ज्यादा बुरा है। 2008 में हमने आर्थिक संकट का सामना किया था और उस वक्त हमें पता था कि हमें क्या करना है।

प्रोफेसर स्टलिट्ज के अनुसार, मौजूदा संकट ज्यादा गंभीर है। यह सिर्फ वित्तीय संकट नहीं है बल्कि असली संकट है, जिससे मांग और सप्लाई का सिस्टम प्रभावित हुआ है। यदि सप्लाई चेन टूटती है, ऐसे में मांग में तेजी भी समस्या को दूर नहीं कर पाएगी। जो वर्कर्स जो काम पर नहीं जा रहे हैं, उन्हें वित्तीय मदद देने की जरुरत है। छोटे व्यवसायों पर खतरा है।

कोरोना वायरस के चलते प्रोफेसर स्टलिट्ज ने दावा किया कि 2020 में होने वाला अमेरिका राष्ट्रपति का चुनाव भी प्रभावित हो सकता है। प्रोफेसर ने कहा कि अमेरिका कोरोना वायरस के खिलाफ पूरी तरह से तैयार नहीं था। ट्रंप ने अमेरिका को कमजोर किया है। ऐसे में लोग चुनाव में ट्रम्प के खिलाफ वोट कर सकते हैं।