उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण से जनता बेहाल है। कोविड प्रबंधन को लेकर भी सरकार की खूब आलोचना हो रही है। हाईकोर्ट ने तो इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार की खिंचाई करते हुए 13 मई तक सभी जिलों में लोक शिकायत प्रकोष्ठ बनाने के लिए कहा है। राज्य के भाजपा विधायक और सांसद भी कोविड प्रबंधन को लेकर सरकार पर निशाना साधते रहे हैं। लेकिन,सरकार का कहना है कि वह कोरोना महामारी से काफी सक्रियता से निपट रही है और विश्व स्वास्थ्य संगठन भी इसके लिए यूपी सरकार की तारीफ कर रहा है।
मुख्यमंत्री आदित्य नाथ के मीडिया सेल ने 11 मई को पत्रकारों को रिलीज बांटी, जिसका शीर्षक था- योगी सरकार के कोविड प्रबंधन का कायल हुआ डब्ल्यूएचओ। इसका ब्योरा ब्योरा पढ़ने से पहले जानिए, राज्य के भाजपा नेताओं का दर्द जो उन्होंने खुल कर बयां किया और यूपी सरकार को आड़े हाथों भी लिया।
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झांसी के विधायकों ने कहा- हर ओर हाहाकार मचा
झांसी के चारों विधायकों ने सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर कहा है कि अस्पताल की चौखटों पर मरीज दम तोड़ रहे हैं। आसानी से मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। इससे झांसी में मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। हर ओर हाहाकार मचा हुआ है। इलाज के लिए लोग तड़प रहे हैं। स्वास्थ्य संसाधन बौने साबित हो रहे हैं। सदर विधायक रवि शर्मा, बबीना विधायक राजीव सिंह परीछा, मऊरानी के विधायक बिहारी लाल आर्य और गरौठा के एमएलए जवाहर लाल राजपूत ने योगी से कहा कि वो जितनी मदद कर सकते थे कर चुके। अब सरकार को कोई ठोस कदम उठाना होगा।
विधायकों ने कहा- मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। झांसी में मध्य प्रदेश के लोग भी इलाज कराने आ रहे हैं। इससे अस्पतालों पर बोझ बहुत ज्यादा बढ़ गया है। पत्र में कहा गया है कि झांसी की हालत बहुत ज्यादा नाजुक है। लगातार मौतों की खबर से हर ओर दहशत का माहौल है। यहां विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
और ये है योगी सरकार के प्रचार विभाग की ओर से मीडिया को दी गई प्रेस रिलीज:
योगी सरकार के शानदार कोविड प्रबंधन पर एक बार फिर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मुहर लगा दी है। ग्रामीण इलाकों में राज्य सरकार के कोरोना के माइक्रो मैनेजमेंट का डब्ल्यूएचओ भी कायल है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी वेबसाइट पर यूपी सरकार के कोविड प्रबंधन की खुल कर तारीफ की है। डब्ल्यूएचओ ने यूपी के ग्रामीण इलाकों में कोरोना को रोकने के लिए चलाए जा रहे महा अभियान की चर्चा करते हुए अपनी रिपोर्ट में बताया है कि राज्य सरकार ने किस तरह से 75 जिलों के 97941 गांवों में घर घर संपर्क कर कोरोना की जांच करने के साथ आइसोलेशन और मेडिकल किट की सुविधा उपलब्ध कराई।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने योगी सरकार के कोविड मैनेजमेंट को धरातल पर परखने के लिए यूपी के ग्रामीण इलाकों में 10 हजार घरों का दौरा किया । डब्ल्यू एचओ की टीम ने खुद गांवों में कोविड मैनेजमेंट का हाल जाना। कोरोना मरीजों से उनको मिल रही चिकित्सीय सुविधाओं के बारे में पूछताछ की। इतना ही नहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों ने फील्ड में काम कर रही 2 हजार सरकारी टीमों के काम काज की गहन समीक्षा भी की है। डब्ल्यूएचओ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि किस तरह यूपी के ग्रामीण इलाकों में किस तरह योगी सरकार ने सामुदायिक केंद्रों, पंचायत भवनों और
यूपी के सरकारी रिकॉर्ड में अब तक 16 हजार से ज्यादा मौतें
इस बीच, राज्य की हालत यह है कि मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 20,463 नए मामले आए और 306 मरीजों की मौत हो गई। सूबे में पिछले 24 घंटे में 20,463 नए मरीज आने के बाद कुल मामले 15,45,212 पहुंच गए हैं। जबकि, राज्य में 306 और मौतें होने से कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 16,043 हो गई है।