देश में 24 घंटे में कोरोना के 13,154 मामले आए। इस तरह 49 दिन बाद इस विषाणु से संक्रमण के 13 हजार से अधिक दैनिक मामले आए हैं। इससे पहले, 11 नवंबर को 24 घंटे में संक्रमण के 13,091 नए मामले आए थे। वहीं 10000 दैनिक मामलों की बात की जाए तो संक्रमण का यह आंकड़ा 33 दिन में पहुंचा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की के अनुसार, 13154 मामले आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 3,48,22,040 हो गई है। सरकार ने कहा कि कोरोना के प्रसार का संकेत देने वाला ‘आर’ मूल्य (रिप्रोडक्शन वैल्यू) 1.22 है, इसलिए मामले बढ़ रहे हैं।

मंत्रालय ने कहा कि आठ जिलों से कोरोना के साप्ताहिक संक्रमण के 10 फीसद से ज्यादा मामले आ रहे हैं। 14 जिलों में संक्रमण दर पांच से 10 फीसद है। मंत्रालय के मुताबिक संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 82,402 हो गई जो संक्रमण के कुल मामलों का 0.24 फीसद है। 268 और संक्रमितों की मौत के बाद बाकी पेज 8 पर मृतक संख्या 4,80,860 हो गई है।

मंत्रालय के अनुसार दैनिक संक्रमण दर 1.10 फीसद दर्ज की गई, जो 87 दिन से दो फीसद से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 0.76 फीसद दर्ज की गई, जो 46 दिन से एक फीसद से कम है। देश में अभी तक कुल 3,42,58,778 लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं और कोरोना से मृत्यु दर 1.38 फीसद है। देश में अभी तक कुल 4,80,860 लोगों की मौत संक्रमण से हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,41,496, केरल के 47,277, कर्नाटक के 38,324, तमिलनाडु के 36,758, दिल्ली के 25,107, उत्तर प्रदेश के 22,915 और पश्चिम बंगाल के 19,745 लोग थे।

जांच बढ़ाएं, प्रतिबंधों को सख्ती से लागू करें : केंद्र
देश के कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अचानक बढ़े कोरोना विषाणु संक्रमण के मामलों से चिंतित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। मंत्रालय ने इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जांच बढ़ाने, अस्पताल की तैयारियों को मजबूत करने, कोरोनारोधी टीकाकरण अभियान की गति बढ़ाने और संक्रमण के प्रसार का मुकाबला करने के लिए प्रतिबंधों को सख्ती से लागू करना सुनिश्चित करने को कहा है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने पत्र लिखकर दिल्ली, हरियाणा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और झारखंड को घरेलू यात्रा में हाल में वृद्धि और विवाह, उत्सव समारोह जैसे विभिन्न कार्यक्रमों के मद्देनजर सतर्क रहने को कहा। उन्होंने बुधवार को लिखे पत्र में कहा कि सर्दियों के मौसम और कुछ राज्यों में बढ़ते प्रदूषण के साथ, आइएलआइ/एसएआरआइ और श्वसन संबंधी लक्षणों की बारीकी से निगरानी की जानी चाहिए। भूषण ने कहा कि यह देखा गया है कि कुछ राज्यों में मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है और मामलों के दोगुने होने का समय कम हुआ है। दिल्ली में दो हफ्तों में मामलों में अचानक और महत्त्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की गई है।

पत्र में कहा गया है कि इस मुद्दे पर लगातार ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि न तो संक्रमण बढ़े और न ही हम मामलों की देर से पता लगाने के कारण बढ़ी हुई मृत्यु दर की स्थिति तक पहुंच जाए। गुजरात के लिए, पत्र में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि अहमदाबाद, राजकोट और सूरत जिलों में दो हफ्तों में मामलों में अचानक वृद्धि दर्ज की गई है। पत्र में कहा गया है कि झारखंड के रांची, कर्नाटक के बंगलुरु शहरी, हरियाणा के गुरुग्राम, तमिलनाडु के चेन्नई, महाराष्ट्र के मुंबई, मुंबई उपनगरीय, पुणे, ठाणे और नागपुर और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भी दो हफ्तों में मामलों में अचानक वृद्धि दर्ज की गई है। मंत्रालय ने कहा कि इसलिए राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को जांच बढ़ाने और सभी एहतियाती कदम उठाने की सलाह दी जाती है।

देश में ओमीक्रान के मामले एक हजार पर
देश में ओमीक्रान के मामले बढ़कर 1,188 हो गए। ये मामले 23 राज्यों और केद्रशासित प्रदेशों में सामने आए। दिल्ली और महाराष्ट्र में ओमीक्रान के सबसे अधिक मामले हैं। बिहार में गुरुवार को ओमीक्रान का पहला मामला दर्ज किया गया।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को बताया कि ओमीक्रान से संक्रमित 320 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं या अन्य स्थानों पर चले गए हैं। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 450 मामले आए और इसके बाद दिल्ली में 263, गुजरात में 97, राजस्थान में 69, केरल में 65 और तेलंगाना में 67 मामले आए हैं। इसके अलावा तमिलनाडु में 45, कर्नाटक में 34, आंध्र प्रदेश में 16, हरियाणा में 12, पश्चिम बंगाल में 11, मध्य प्रदेश में नौ, ओड़ीशा में नौ, उत्तराखंड में चार, चंडीगढ़ में तीन, जम्मू-कश्मीर में तीन, उत्तर प्रदेश में दो और गोवा, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, मणिपुर, बिहार व पंजाब में एक-एक ओमीक्रान का मामला दर्ज किया गया।

दिल्ली में ओमीक्रान के सामुदायिक संक्रमण का खतरा : सत्येंद्र जैन
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजे गए नमूनों में 54 फीसद मामले ओमीक्रान के हैं। उन्होंने कहा कि नए बहुरूप ओमीक्रान के मामले अब धीरे-धीरे सामुदायिक स्तर पर फैल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी सरकार हालात की समीक्षा करेगी उसके बाद आगे की पाबंदियों के बारे में फैसला किया जाएगा।