केंद्र सरकार ने बंद में राहत के चौथे चरण में मेट्रो समेत अन्य कई राहतें दी हैं। लेकिन सील क्षेत्र में इन राहतों का कोई असर नहीं होगा। दिल्ली में मामले बढ़ने के साथ सील क्षेत्रों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है और यहीं वजह है कि एक बड़े हिस्से को चौथे चरण की राहत का कोई लाभ नहीं होगा। दिल्ली में प्रतिदिन सामने आ रहे नए मामलों और मौत के आंकड़ों की वजह से सील क्षेत्र बढ़ रहे हैं। बीते एक सप्ताह में ही इन क्षेत्रों की संख्या पौने दो सौ का आंकड़ा पार कर गई है।

रविवार को दिल्ली में सील क्षेत्रों की संख्या बढ़कर 820 हो गई। यह संख्या एक दिन पहले 803 हो गई थी, जबकि ठीक एक सप्ताह पहले यह आंकड़ा 627 था। एक ही दिन में दिल्ली में 17 नए सील क्षेत्र बढ़ गए हैं। केवल आंकड़ों के आधार पर ही दिल्ली में कोरोना संक्रमण की स्थिति का आकलन किया जाए तो यह संख्या बीते सप्ताह में 193 बढ़ गई है।

लगातार मिल रही राहतों के बाद यह बाद यह असर देखा जा रहा है। इस वजह से केवल सील क्षेत्र ही नहीं बल्कि सक्रिय मामलों की संख्या भी बढ़ रही है। यह संख्या शनिवार तक 14040 तक पहुंच गई है जबकि 23 अगस्त को दिल्ली में केवल 11778 सक्रिय मामले थे। यह आंकड़ा भी दिल्ली में दस हजार से नीचे चला गया था।

एक तिहाई मरीज बाहर के हुए भर्ती
दिल्ली में अगस्त में भर्ती कोरोना के मरीजों में करीब एक तिहाई अन्य राज्यों के थे। सरकारी आंकड़े के मुताबिक, अगस्त में दिल्ली के अस्पतालों में 8,577 मरीज भर्ती किए गए जिनमें से 2536 अन्य राज्यों खासकर यूपी और हरियाणा के थे। बीएल कपूर अस्पताल में भर्ती 98 में 51 मरीज बाहर के थे। अपोलो अस्पताल में भर्ती 158 में 111 मरीज दिल्ली से नहीं थे। तीन से 28 अगस्त तक शहर में करीब 395 कोविड मरीजों की जान गई। इनमें 210 राष्ट्रीय राजधानी के बाहर के थे।