आगामी 16 मार्च से देशभर में 12-14 आयु वर्ग के बच्चों को कोविड -19 का टीका दिया जाएगा। इसके साथ ही 60 साल के अधिक उम्र के लोगों को एहतियात के तौर पर बूस्टर खुराक मिल सकेगी। इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने एक ट्वीट में जानकारी दी कि बच्चे सुरक्षित तो देश सुरक्षित! मुझे बताते हुए खुशी है कि 16 मार्च से 12 से 13 व 13 से 14 आयुवर्ग के बच्चों का कोविड टीकाकरण शुरू हो रहा है।

उन्होंने कहा कि इसके साथ ही 60 उम्र के सभी लोग अब बूस्टर डोज लगवा पाएंगे। मेरा बच्चों के परिजनों व 60 उम्र से अधिक आयुवर्ग के लोगों से आग्रह है कि वैक्सीन जरूर लगवाएं। बता दें कि यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है कि जब चीन के दो प्रमुख शहरों, शेनझेन और शंघाई में संक्रमण के एक नए वायरस की रिपोर्ट सामने आई है। बता दें कि चीन में फिर से सख्ती बरती जा रही है।

केंद्र के टीकाकरण अभियान विस्तार में आइए जानते हैं कि टीका लगवाने के लिए कौन पात्र हैं-

स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषणा की है कि 2008, 2009 और 2010 में जन्म लेने वाले बच्चों को यानी 12 साल से अधिक उम्र के लोग 16 मार्च से अपने कोविड -19 टीकों के लिए पात्र होंगे। वर्तमान में चल रहे टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 14 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोविड-19 के टीके दिए जा रहे हैं।

वहीं 12 से 14 साल की आयुवर्ग के बच्चों को कोर्बीवैक्स वैक्सीन (Corbevax) का टीका लगाया जाएगा। इस वैक्सीन को हैदराबाद स्थित फार्मा कंपनी बायोलॉजिकल ई (Biological E) ने विकसित किया है। पिछले महीने इस वैक्सीन को इस आयु वर्ग के बच्चों पर इस्तेमाल की मंजूरी मिली है।

बता दें कि अभी तक भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन की तीसरी डोज हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 साल के ऊपर के लोगों को, जिन्हें कोई Comorbidity हैं, उन्हें ही बूस्टर डोज लगाई जा रही थी।

जनवरी 2022 में 15-18 आयु वर्ग के बच्चों के लिए टीकाकरण स्लॉट खोले गए थे। टीकाकरण अभियान के पहले दिन 15 से 18 आयु वर्ग के 40 लाख से अधिक बच्चों को कोविड -19 टीका लगाया गया था।

स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सोमवार को कहा कि कोविड -19 के खिलाफ लड़ाई में एक बड़े कदम में, केंद्र बुधवार से शुरू होने वाले एहतियाती खुराक के साथ 60 वर्ष से अधिक उम्र के सभी वयस्कों का टीकाकरण करेगा। एहतियाती खुराक के लिए पात्र लोगों के लिए यह तीसरी डोज है। इससे उनमें प्रतिरक्षा को बढ़ावा मिलेगा। जो स्वाभाविक रूप से कोविड के टीके के पहले दो शॉट्स के बाद कम हो जाते हैं।

बता दें कि यह डोज उसी टीके की तीसरी खुराक होगी जो किसी व्यक्ति को पहले से दी गई है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर किसी व्यक्ति को पहली दो खुराक में कोविशील्ड दी गई है तो उसे तीसरी खुराक भी कोविशील्ड की लगेगी। यही नियम कोवैक्सीन पर भी लागू होती है।