अमिल भटनागर
यूपी के गाजियाबाद में लोनी बॉर्डर थाना पुलिस की गोतस्करों के साथ हुई मुठभेड़ अब सवालों में घिरती जा रही है। बता दें कि इस मुठभेड़ में सात लोगों को घुटने से कुछ इंच नीचे गोली लगी है। सभी को एक ही जगह पर गोली लगने को लेकर यह एनकाउंटर चर्चा में है। गौरतलब है कि इन सातों को पुलिस ने गोहत्या के आरोप में पकड़ा है। वहीं गोदाम से दो बाइक, तीन जानवरों के शव, 7 तमंचे, कारतूस व अन्य सामान बरामद किए गये।
बता दें कि मामला 11 नवंबर की सुबह 6.10 बजे का है। बेहटा हाजीपुर में एक कबाड़ गोदाम पर पुलिस ने छापा मारा था। पुलिस का कहना है कि गोदाम में प्रतिबंधित पशु काटने का काम हो रहा था। इसमें सात तस्करों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया। यह मुठभेड़ अब चर्चा का विषय बनी हुई है।
दरअसल घायल आरोपियों की जो फोटो सामने आई है, उसमें वे अस्पताल में एक पत्थर की बेंच पर फिल्मी अंदाज में एक साथ बैठे हैं। सभी को एक पैर में लगभग एक ही स्थान पर गोली लगी है। उनके कपड़ों पर चारों ओर खून के छीटें दिखाई दे रहे हैं।
पुलिस का कहना है कि छापेमारी करने गई पुलिस पर बदमाशों ने सात राउंड गोलियां चलाई। लेकिन वे अपना निशाना चूक गए। जिसमें से एक गोली पुलिस की गाड़ी में लगी। ऐसे में गाजियाबाद पुलिस गोतस्करों की मुठभेड़ को लेकर सवालों से घिरती जा रही है। वहीं मुठभेड़ में एक नाबालिग को एनकाउंटर में गोली लगने की बात सामने आई है।
पुलिस ने कहा कि नाबालिग होने का दावा करने वाले युवक की उम्र की जांच की जा रही है। वहीं मुठभेड़ के बाद 11 नवंबर को पुलिस द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया था कि गोहत्या को लेकर मिली सूचना पर जब पुलिस की टीम गोदाम पर छापेमारी के लिए गई तो आरोपियों ने सात राउंड फायरिंग की, और जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने 13 बार गोलियां चलाईं, जिससे सभी आरोपियों के पैर में चोट लगी।
पुलिस ने कहा है कि आरोपितों के पास से तीन जानवरों के शव, सात देसी पिस्तौल, दो कुल्हाड़ी, पांच चाकू और प्लास्टिक के तार के दो बंडल बरामद हुए हैं। वहीं गिरफ्तार किए गए शोएब के पिता इस्लाम ने सातों को पैर में गोली लगने को लेकर कहा, “उनके बेटों को उनके धर्म के चलते फंसाया जा रहा है। मुसलमानों को ऐसे आरोपो में फंसाना आसान है।”
उन्होनें कहा “ये लड़के कुछ और नहीं सिर्फ बलि का बकरा हैं। अगर पुलिस अधिकारी का निशाना इतना ही सटीक है तो वो पुलिस में क्या कर रहे हैं? उन्हें खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहिए।”
फिलहाल इस मामले में एसएसपी द्वारा इंसपेक्टर राजेंद्र त्यागी का तबादला इंदिरापुरम थाने में किया जा चुका है। बताया जा रहा है कि ट्रांसफर किये जाने से आहत त्यागी ने कुछ दिन के लिए कार्यमुक्त किये जाने की बात कही।