पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और फिलहाल पंजाब की जालंधर सीट से चुनाव लड़ रहे चरणजीत सिंह चन्नी ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। एक प्रेस कांफ्रेस के दौरान उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार में आती है तो वाघा बॉर्डर (भारत-पाकिस्तान बॉर्डर) खोल दिया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चन्नी ने तर्क दिया और कहा,”बॉर्डर खुलने से पाकिस्तान के लोग इलाज के लिए भारत आएंगे और इससे पंजाब के मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा।” उनके बयान से ठीक एक दिन पहले पीएम मोदी ने पंजाब में कांग्रेस पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया था।
क्या बोले चरणजीत सिंह चन्नी?
अपने आवास पर एक प्रेस कांफ्रेस कर चरणजीत सिंह चन्नी ने पीएम मोदी की पंजाब में हुई रैली को फ्लॉप बताया। पीएम मोदी 24 मई को जालंधर पहुंचे थे और एक रैली में भाषण देते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा था। प्रेस कांफ्रेस के दौरान चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि पीएम ने जो भी वादे किए उन्हें वह पूरा नहीं करने वाले हैं।
पूर्व सीएम चन्नी ने कहा कि हमारी सरकार आने की स्थिति में हम इलाके का विकास करेंगे और वाघा बॉर्डर खोल देंगे ताकि दूसरे मुल्क के भाई यहां इलाज कराने आ सकेंगे इससे हमारे मेडिकल टूरिज्म को काफी बढ़ावा मिलेगा।
एक अन्य बयान को लेकर चुनाव आयोग ने लगाई फटकार
पंजाब के मुख्यमंत्री को चुनाव आयोग ने भी एक बयान के लिए फटकार लगाई है। पंजाब के सीएम ने कहा जम्मू कश्मीर में भारतीय वायुसेना के काफिले पर हुए हमले को लेकर बयान दिया था कि यह बीजेपी का राजनीतिक स्टंट है।
अब चुनाव आयोग ने उनकी इस टिप्पणी पर ऐतराज जताते हुए इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन बताया है। चुनाव आयोग का कहना है कि राजनीतिक दलों को एक दूसरी की आलोचना नीतियों, घोषणापत्रों, योजनाओं तक सीमित रखनी चाहिए। चन्नी ने एक रैली के दौरान कहा था कि चुनाव से ठीक पहले पुंछ जैसे हमले बीजेपी की साजिश हैं।
