महाराष्ट्र में बीजेपी के सरकार गठन को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। मंगलवार को संविधान दिवस के अवसर पर संसद में विपक्ष के नेताओं ने संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति के सामने एकबार फिर बीजेपी पर हमला बोला। इस दौरान कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मूर्ति के सामने ही संविधान के कुछ अंश पढ़े।

इस दौरान सोनिया गांधी के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। विपक्ष का आरोप है कि मोदी सरकार संविधान को ताक पर रखकर उसके मूल्यों से खेल रही है। महाराष्ट्र में सरकार का गठन संवैधानिक तरीकों से नहीं किया गया।

सभी विपक्षी पार्टियों के एकजुट होकर विरोध दर्ज करने की कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी सराहना की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा ‘संविधान दिवस का इससे शानदार उत्सव क्या हो सकता है कि जब सभी विपक्षी पार्टियों के सांसद बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा के ठीक नीचे एक साथ खड़े होकर लोकतंत्र पर हो रहे हमले का जवाब भारत के संविधान का पाठ करके देते हैं।’

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र विधानसभा में बुधवार को शक्ति परीक्षण करवाने का आदेश जारी किया है। कोर्ट के आदेश का शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने स्वागत किया और कहा कि सचाई की जीत होगी और बीजेपी पराजित होगी। वहीं दूसरी ओर, न्यायालय के आदेश के बाद बीजेपी ने कहा कि वह इस फैसले का सम्मान करती है और उसे सदन में बहुमत साबित करने का पूरा भरोसा है।

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने संवैधानिक सिद्धांतों को बरकरार रखने के लिए शीर्ष अदालत के फैसले को सराहा। पवार ने ट्वीट किया, ‘मैं लोकतांत्रिक मूल्यों एवं संवैधानिक सिद्धातों को बरकरार रखने के लिए माननीय उच्चतम न्यायालय का आभारी हूं। यह खुशी की बात है कि महाराष्ट्र पर फैसला संविधान दिवस के मौके पर आया जो भारत रत्न आंबेडकर को एक श्रद्धांजलि है।’