सोमवार (22) मई से श्रीनगर में G20 की बैठक होनी है। इससे पहले सुरक्षा के लिहाज से सरकार काफी सतर्क है। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) मरीन कमांडो (MARCOS) की कई टीमों को श्रीनगर में तैनात किया गया है। सुरक्षा बलों ने सुरक्षा कारणों से G20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप (TWG) सम्मेलन के कार्यक्रम में अंतिम समय में बदलाव किए हैं। सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा बलों को संदेह है कि आतंकवादी संगठनों ने गुलमर्ग में G20 के दौरान 26/11 के हमले को दोहराने की साजिश रची है।
बैठक 22 से 24 मई के बीच होनी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बैठक से पहले शहर में आतंकी हमलों की आशंका और राजौरी हमले के बाद से सरकार काफी सतर्कता बरत रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक NIA ने कुपवाड़ा से एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए ओवर ग्राउंड वर्कर ने खुलासा किया है कि गुलमर्ग में आतंकी हमले की साजिश रची जा रही है।
सुरक्षा के लिहाज से सरकार मुस्तैद
डल झील क्षेत्र को सुरक्षित रखने के लिए डल झील में समुद्री कमांडो को तैनात किया गया है। G-20 की बैठक का स्थान झील से घिरा हुआ है। इसीलिए इस इलाके को पूरी तरह से कमांडों अपनी निगरानी में रख रहे हैं। एक अधिकारी ने मरीन कमांडो (MARCOS) की काबिलियत पर बात करते हुए कहा कि वे अच्छी तरह से प्रशिक्षित हैं और आधुनिक उपकरणों से लैस हैं, MARCOS किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
श्रीनगर में एक बैठक में विजय कुमार एडीजीपी, कश्मीर ज़ोन ने कहा कि शिखर सम्मेलन स्थलों के आसपास नदी और झीलों के महत्व पर जोर दिया था और जल निकायों के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिए MARCOS की आवश्यकता महसूस की गई थी।
सुरक्षा बलों ने अप्रैल के अंतिम सप्ताह में फारूक अहमद वानी को जी-20 से पहले कार्रवाई के तहत गिरफ्तार किया था। बारामूला के हैगाम सोपोर निवासी वानी गुलमर्ग के एक मशहूर फाइव स्टार होटल में ड्राइवर के तौर पर सेवाएं देता था। सूत्रों के मुताबिक, वह ओजीडब्ल्यू के तौर पर आतंकी संगठनों से जुड़ा था और सीमा पार आईएसआई के अधिकारियों के सीधे संपर्क में भी था।