भारत की राजनीति में पिछले कुछ सालों में परिवारवाद के प्रति विरोध के स्वर उठे हैं। खासकर कांग्रेस जैसे मुख्यधारा के दल में, जहां अलग-अलग क्षेत्रों के नेताओं के बाद उनके बेटे और बेटियां सियासत में उतरे। खुद गांधी परिवार में भी परिवारवाद का पुराना इतिहास रहा है। हालांकि, अब धीरे-धीरे कांग्रेस में परिवारवाद के जरिए एंट्री करने वाले युवा नेता पार्टी के खिलाफ ही बगावत का बिगुल फूंकने लगे हैं। पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया, फिर जितिन प्रसाद और अब सचिन पायलट भी पार्टी के बागी नेता कहे जाने लगे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें तब कांग्रेस के युवा नेता रहे ये चेहरे साथ दिखाई दे रहे हैं। यह फोटो 2012 में राष्ट्रपति भवन में हुए एक कार्यक्रम की बताई गई है। इस तस्वीर को लेकर अब यूजर्स ने इन नेताओं की खिंचाई शुरू कर दी है।

ट्विटर पर यह फोटो पत्रकार आशुतोष मिश्रा के अकाउंट से पोस्ट की गई है। इसमें सचिन पायलट, ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरपीएन सिंह, मिलिंद देवड़ा और जितिन प्रसाद (बाएं से दाएं) साथ दिखाई दे रहे हैं। सिंधिया, प्रसाद और पायलट के अलावा मिलिंद देवड़ा और आरपीएन सिंह भी अपनी ही पार्टी के खिलाफ बयान देने की वजह से चर्चा में आ चुके हैं। इस पर मोहम्मद इरफान नाम के एक यूजर ने कहा, “यह लोगों ने कभी संघर्ष नही किया सिर्फ पिता की मिली विरासत के बल पर मिनिस्टर बन गए अब जब संघर्ष का टाइम आया तो सब भाग गए।”

ट्विटर यूजर @illahabadi ने कहा, “यह सभी परिवारवाद की उपज हैं, जिनकी महत्वाकांक्षाएं काफी ज्यादा हैं। इनमें से कई जल्द ही पार्टी छोड़ देंगे।” वहीं, @basir_sk ने फोटो पर अपने कमेंट को इस तरह जाहिर किया जैसे मिलिंद देवड़ा सचिन पायलट से कुछ कह रहे हों। उन्होंने लिखा, “जब तक बाप के नाम से मिनिस्टर हूं तब तक पार्टी में हूं। जब खुद की मेहनत से मिनिस्टर बनने के लिए बोला तब बोल दिया- ‘चलिए मेहनत को वणक्कम’।”

पीएम मोदी पर बने एक ट्रोल अकाउंट सरेंडर मोदी ने लिखा- सब परिवारवादी मिलकर राहुल गांधी को कमजोर कर रहे हैं। मोहन तवहरे नाम के यूजर ने लिखा, “ये फोटो कांग्रेस के आने वाले नेतृत्व को दिखाती है, लेकिन पार्टी ने युवा प्रतिभा को आगे आने का मौका देने में रुचि नहीं दिखाई।