इजरायल के स्पाईवेयर पेगासस का इस्तेमाल करके भारतीय सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों की वैश्विक स्तर पर व्हाट्सऐप के जरिए जासूसी मामले पर कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावार है। कांग्रेस ने इस पूरे मामले पर सरकार की भूमिका को ‘उल्टा चोर कोतवाल को डाटे’ जैसा करार दिया है। शुक्रवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भारत सरकार आखिर व्हाट्सऐप से क्यों पूछ रही है कि जासूसी कैसे हुई।

उन्होंने कहा ‘ये तो ऐसे ही है कि जैसे उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। जासूसी भारत सरकार की एजेंसियां कर रही हैं, वो भी गैर कानूनी और असंवैधानिक तरीके से और सरकार व्हाट्सऐप से पूछ रही है कि जासूसी कैसे हुई?’

उन्होंने कहा कि ‘मैं देशवासियों को याद दिलाना चाहूंगा कि मोदी सरकार वही सरकार है जिसने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष निजता के अधिकार को मौलिक अधिकार यानि फंडामेंटल राइट निर्धारित करने का विरोध किया था, क्योंकि मोदी सरकार का मानना है कि इस देश के लोगों को निजता का कोई अधिकार नहीं है।’

कांग्रेस के इन आरोपों पर ट्वीटर यूजर्स जमकर मजे ले रहे हैं। यूजर्स ने कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर शेयर किए गए कांग्रेस प्रवक्ता के बयानों पर अलग-अलग प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने कहा ‘पिछले 70 साल से कांग्रेस ये काम कर रही है और अब जाकर बीजेपी को दोष दे रही है।’ एक यूजर कहते हैं ‘Whatsapp की खबर लीक करना भी सरकार की कूटनीति का हिस्सा है मैडी शर्मा और कश्मीर से ध्यान हटाने के लिए। जब ये कही फंसते है नया प्रोपोगंडा लाते है।’

एक यूजर कहते हैं ‘यह बात कांग्रेस के मुंह से सुनके कुछ अच्छी नहीं लग रही। कांग्रेस के नेता पहले अपने गिरेबा में झांक ले फिर ज्ञान देते तो ज्यादा अच्छा होता।’ एक अन्य यूजर ने कहा टदेशवासियों को सब याद है बुड़बक। तुम्हारी चोरियां, तुम्हारा पाकिस्तान के साथ मिलकर हमपर बम बरसाना, तुम्हारे स्कैम। सब याद है देशवासी कुछ नहीं भूले। समय समय पर तुमको जवाब देते रहेंगे। तुम तड़प तड़प कर निकलोगे। ये पक्का हैं।’

क्या है मामला: जनजातीय क्षेत्रों में काम करने वाले अधिकार कार्यकर्ता और वकील, एल्गर परिषद मामले के आरोपी, भीमा कोरेगांव केस के वकील, दलित कार्यकर्ता, रक्षा और रणनीति पर रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकार और दिल्ली विश्वविद्यालय के एक व्याख्याता जैसे कई लोगों को इजरायल के स्पाईवेयर पेगासस का इस्तेमाल करके व्हाट्सऐप से सर्विलांस पर रखने का खुलासा हुआ है। इन सब के फोन व्हाट्सऐप के जरिये निगरानी पर रखे गए थे। भारत में दो दर्जन से अधिक लोगों के फोन कथित तौर पर व्हाट्सऐप के माध्यम से इजरायल स्पायवेयर पेगासस का उपयोग करने वाले ऑपरेटरों द्वारा निगरानी में रखे गए थे।