अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी की सरकार को कड़ी टक्कर देने के लिए गुरुवार (एक नवंबर, 2018) को कांग्रेस और तेलगु देसम पार्टी (टीडीपी) का गंठबंधन हो गया। दोनों राजनीतिक दिग्गजों के बीच राजधानी दिल्ली में बैठक हुई, जिसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए गठबंधन की घोषणा की गई। कांग्रेस अध्यक्ष ने पत्रकारों से कहा, “हमारी मुलाकात अच्छी रही। बैठक का फलसफा यह निकला कि हमें देश के लोकतंत्र और भविष्य को बचाना है, लिहाजा हम साथ आ रहे हैं। सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट होना चाहिए।”

वहीं, आंध्र के सीएम ने राहुल के साथ मुलाकात के बाद कहा, “देश बचाने के मकसद से हम साथ आ गए हैं। हम पुरानी बातें भुला चुके हैं, ताकि लोकतंत्र को बचाया जा सके। सभी विपक्षी दलों को एकजुट होना पड़ेगा।” आपको बता दें कि इन दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन ऐसे वक्त पर हुआ है, जब केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सरीखी स्वतंत्र मानी जाने वाली संस्थाओं की स्वायत्तता और भूमिका पर सवालिया निशान खड़े हुए हैं। देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी के शीर्ष दो अधिकारियों का नाम जहां घूसकांड को लेकर सुर्खियों में है। वहीं, केंद्र सरकार और आरबीआई के बीच बढ़ती तनातनी की खबरें भी लगातार आ रही हैं।

नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से भेंट के दौरान आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू। (फोटोः ANI)

उधर, विधानसभा चुनावों (पांच राज्यों में) को लेकर सीईसी की बैठक के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह नई दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय पहुंचे।

पूर्व CM की पार्टी का कांग्रेस में विलय, कोयला घोटाले में जा चुके हैं जेलः झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रहे चुके मधु कोड़ा कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। गुरुवार (एक नवंबर, 2018) को उनकी जय भारत समानता पार्टी (जबीएसपी) का विलय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) के साथ हो गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.अजय कुमार ने विलय के बाद पार्टी में उनका स्वागत किया।

झारखंड के पूर्व सीएम मधु कोड़ा। (एक्सप्रेस फोटो)