भारत और चीन सेना के बीच सीमा पर चल रहे तनाव के कारण चीनी कंपनियों के बहिष्कार की खबरें सुर्खियों में हैं। इसी बीच कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए पीएम केयर्स फंड में चीनी कंपनियों से 150 करोड़ से अधिक की रकम लेने का आरोप लगाया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जाने माने वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा “कोरोना संकट के दौरान कोविड के नाम पर एक नया फण्ड बना- पीएम केयर फ़ंड। ये कैग में नहीं है, आरटीआई में नहीं है, कोई पारदर्शिता नहीं है, कोई जवाबदेही नहीं। इसमें ₹ 9678 करोड़ का फण्ड चीन से आया है।”
सिंघवी ने कहा “इस फण्ड में ₹ 7 करोड़ Huwai द्वारा दिया गया है। यह कम्पनी चीनी आर्मी PLA से सम्बंधित है। टिक-टॉक ने ₹ 30 करोड़, Paytm ने ₹ 100 करोड़ दिए हैं। जिओमी से ₹ 15 करोड़ और ओप्पो से ₹ 1 करोड़ की सूचना है।” सिंघवी ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा ” इस सरकार के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा महत्वपूर्ण नहीं है। इसके लिए वही महत्वपूर्ण है- जो ये बोल दे। उस एक व्यक्ति के बारे में हम सब जानते हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा के इतने बड़े मुद्दे के बीच इस सरकार का ध्यान आरजीएफ़ पर है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा “पिछले दिनों में सरकार की तरफ से आरोप-प्रत्यारोप आए हैं, लेकिन तथ्यों के आधार पर कोई जवाब नहीं आया है। अतीत की बातें हुई है, मगर राष्ट्रीय सुरक्षा पर कोई ठोस जवाब नहीं आया। पिछले 10-12 साल में चीन से जितना संपर्क भाजपा के अध्यक्षों का रहा है, उतना देश की किसी भी पार्टी का नहीं रहा।”
सिंघवी ने कहा “चीन से मोदी जी जितने संपर्क शायद किसी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नहीं रहे। 4 बार मुख्यमंत्री रहते हुए, 5 बार प्रधानमंत्री रहते चीन दौरा या आदान-प्रदान सब जानते हैं। मगर 6 साल में मोदी ने चीन से 18 बैठकें की है।”
उन्होंने कहा कि अगर 2013 की बात करें तो डेपसांग और वाई जंक्शन में चीन ने यही प्रयत्न किया था। लेकिन उन्हें वहां से हटा दिया गया। जब झूला झुला रहे थे, तब चुमार हुआ और 2017 में डोकलाम हुआ था। सिंघवी ने कहा “2007 और 2008 में राजनाथ सिंह की सीसीपी से भेंट, 2009 में आरएसएस की भेंट, 2011 में गडकरी जी की अध्यक्ष की हैसियत से चीन यात्रा, 2014 में अमित शाह द्वारा सांसदों का दल चीन भेजना। इतनी यात्राएं किसी पार्टी ने नहीं की।”
उन्होंने पूछा कि ये पैसा कैसे आ रहा है? कहाँ जा रहा है? ये बहुत अचरज की बात है। क्योंकि इसकी कोई जवाबदेही तो है नहीं। अगर प्रधानमंत्री इस तरह से राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ करेंगे, जवाबदेही को नजरअंदाज करेंगे और फिर कहेंगे कि कांग्रेस सवाल करने की हिम्मत कैसे कर रही है? हम सवाल पूछते रहेंगे। सिंघवी ने कहा “प्रधान मंत्री ने अब तक चीन का नाम तक नहीं लिया है। वो सिर्फ इतना कह दें कि चीन ने घातक हमला किया है, चीन हमारे क्षेत्र में आया था/है, चीन ने ये निर्माण किया है।”
