कांग्रेस आलाकमान ने पंजाब के अबोहर से पार्टी विधायक संदीप जाखड़ को सस्पेंड कर दिया है। संदीप जाखड़ फजिल्का जिले के अबोहर विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के अनुशासनात्मक कार्रवाई पैनल ने पार्टी विधायक संदीप जाखड़ को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निलंबित कर दिया है।

अबोहर से पहली बार विधायक बने 46 वर्षीय संदीप जाखड़ वर्तमान पंजाब भाजपा अध्यक्ष और पूर्व राज्य कांग्रेस प्रमुख सुनील जाखड़ के भतीजे हैं। 16 अगस्त को अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर द्वारा हस्ताक्षरित और संदीप जाखड़ को संबोधित निलंबन आदेश में कहा गया है कि पंजाब पीसीसी अध्यक्ष ने शिकायत की है कि जाखड़ पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे। पार्टी ने आगे कहा कि संदीप खुले तौर पर अपने चाचा और बीजेपी के पंजाब अध्यक्ष सुनील जाखड़ का बचाव कर रहे हैं।

पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने की शिकायत

अबोहर विधायक संदीप जाखड़ के खिलाफ ये कार्रवाई प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह बरार की शिकायत बाद किया गया है। पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सस्पेंड विधायक संदीप जाखड़ ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सहित पार्टी की किसी भी प्रोग्राम में शामिल नहीं हो रहे थे। कांग्रेस की ओर जारी बयान में कहा गया है कि वह अपने चाचा और पंजाब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ को खुले आम डिफेंड कर रहे हैं।

पार्टी विरोधी गतिविधियों का विवरण देते हुए बयान में लिखा है, “आप भारत जोड़ो यात्रा सहित किसी भी पार्टी कार्यक्रम में भाग नहीं ले रहे हैं, जिस घर में आप रहते हैं वह एक सामान्य आवास है जिसके ऊपर भाजपा का झंडा फहराता है। आप पार्टी और पीसीसी अध्यक्ष के खिलाफ बोल रहे हैं, आप खुलेआम अपने चाचा सुनील जाखड़ का बचाव कर रहे हैं। सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद, डीएसी ने आपको तत्काल प्रभाव से पार्टी से निलंबित करने का फैसला किया है।”

वे परिवार को साथ नहीं देख सकते- सुनील जाखड़

कांग्रेस द्वारा पंजाब से विधायक संदीप जाखड़ को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में निलंबित करने पर भाजपा पंजाब अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि किसी को रखना या हटाना उनका फैसला है। मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। उन्हें इस बात की तकलीफ है कि संदीप जाखड़ अपने चाचा के साथ खड़ा है, वे एक परिवार को साथ नहीं देख सकते, पंजाब को कैसे एकजुट करेंगे ? यह कांग्रेस पार्टी की छोटी सोच है जिसका नतीजा वे आज भुगत रहे हैं।