Madhya Pradesh (MP) Election/Chunav 2018: मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में हुए भारी मतदान ने कांग्रेस में खासा उत्साह भर दिया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इसे परिवर्तन की आहट बताया है। चुनाव के बाद आयोजित की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस का मानना था कि वह 140 सीटें जीत रही है लेकिन अब हुई वोटिंग के बाद हम चौंकाने वाले नतीजों की उम्मीद कर रहे हैं।
राजधानी भोपाल के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय इंदिरा भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा,” आज के चुनाव की खासियत ये है कि दो चीजें शान्ति से निपट गई हैं। एक तो चुनाव और दूसरा बीजेपी।” कमलनाथ ने आगे कहा,”मैंने पहले कहा था कि हम मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में 140 से ज्यादा सीटें जीतेंगे लेकिन आज की वोटिंग और अभी तक मिले समाचार से हमें कहीं ज्यादा चौंकाने वाले नतीजों की उम्मीद है।”
Kamal Nath, Congress in Bhopal: Aaj ke chunaav ki khaasiyat ye hai ki 2 cheezein shanti se nipat gayi, ek to chunaav aur doosra BJP. #MadhyaPradeshElections pic.twitter.com/xUGZdx6AJ9
— ANI (@ANI) November 28, 2018
वहीं कुछ इलाकों में देर से शुरू हुए मतदान और ईवीएम में आई समस्या पर भी कमलनाथ ने बात की। कमलनाथ ने कहा,”हमने चुनाव आयोग से मांग की है कि उन पोलिंग बूथों पर दोबारा चुनाव करवाया जाना चाहिए जहां वोटिंग की प्रक्रिया को तीन घंटे या उससे ज्यादा वक्त के लिए रोका गया है।” उन्होंने तर्क देते हुए कहा,”वोटर एक बार जाने के बाद दोबारा लौटकर नहीं आता है क्योंकि सभी को कुछ न कुछ काम होता है? वहीं कुछ लोग कह रहे थे कि पोलिंग का वक्त रात में 9 या फिर 10 बजे तक बढ़ा देना चाहिए। ये बात सही नहीं है।
बता दें कि आज यानी 28 नवंबर, 2018 को मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए मतदान किया गया है। शाम छह बजे तक 74.61 फीसद वोटर्स ने वोटिंग की थी। वर्ष 2013 के चुनाव के मुकाबले इस साल वोटिंग प्रतिशत में उछला आया है। इससे पहले चंबल क्षेत्र के कुछ स्थानों से मारपीट, गोलीबारी और मतदान केंद्रों में तोड़फोड़ की खबरें आई थीं। दोपहर 3 बजे तक 50 प्रतिशत मतदान हुआ था। वहीं, बड़ी संख्या में ईवीएम के खराब होने पर उन्हें बदला भी गया था।
चुनाव के दौरान राज्य में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। केंद्रीय सुरक्षाबलों की 650 कंपनियां तैनात की गई थीं। इसके अलावा सुरक्षा के लिए हेलीकॉप्टर भी उपयोग में लाए गए। वहीं, चुनाव ड्यूटी के दौरान स्वास्थ्य कारणों से इन्दौर और गुना में दो मतदान अधिकारियों की मृत्यु हो गई। इनके परिजनों को चुनाव आयोग ने 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की है।