साल के अंत में मध्य प्रदेश विधानसभा से ठीक पहले पांच चुनावी वादों के साथ कांग्रेस जमीनी तैयारियों में जुट गई है। इसमें सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण महिलाओं के लिए पेंशन कार्ड बताया जा रहा है। मध्य प्रदेश में अक्तूबर में ये चुनाव संभावित हैं। कांग्रेस के मध्य प्रदेश प्रभारी व सांसद जय प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि इस बार के चुनाव में कांग्रेस मजबूती से उभर कर सामने आ रही है और इसकी तैयारियां अभी से ही शुरू कर दी गई हैं।
इसके लिए कांग्रेस एक चुनावी सभा जबलपुर में कर चुकी है और दूसरी बैठक ग्वालियर में होने जा रही है। इसकी अगुआई पार्टी का शीर्ष नेतृत्व करेगा। जय प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस की सबसे बड़ी लड़ाई व्यापमं तीन जैसे भ्रष्टाचार के अहम मुद्दों को लेकर है। पार्टी राज्य में इन्हीं मुद्दों को आधार बना रही है और जनता को यह बता रही है कि किस तरह से कांग्रेस की सरकार बनने पर आम जनता को राहत होगी। उन्होंने दावा किया कि साल के अंत में होने वाले इस चुनाव के लिए मध्य प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को समर्थन देने का मन बना लिया है, जिसकी झलक पार्टी की बड़ी बैठकों और रैलियों में साफ नजर आ रही है।
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी की जबलपुर से नर्मदा पूजन के साथ कांग्रेस अपनी चुनावी अभियान का आगाज कर चुकी हैं। इस बार के कर्नाटक में बड़ी जीत के बाद यह उत्साह देखा जा रहा है। यहां पर कांग्रेस जनता के बीच पांच बड़ी राहत के साथ जाने वाली है। इन योजनाओं में 500 रुपए में गैस, पंद्रह सौ रुपए की महिला पेंशन, पीड़ित किसानों का मुआवजा, पुरानी पेंशन योजना की बहाली और बिजली के क्षेत्र में सौ यूनिट तक बिजली माफ और बाकी आधा पैसा सरकार से जैसे प्रावधान है। इन योजनाओं को अभी से कांग्रेस ने जनता के बीच पहुंचना भी शुरू कर दिया है। हालांकि इस का पूरा प्रारूप पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र में सामने आएगा।
उन्होंने बताया कि घोषणा पत्र बनाने के लिए पार्टी ने एक विशेष टीम का भी गठन कर दिया है और यह टीम लगातार चुनाव संबंधित उन योजनाओं पर काम कर रही है जो जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं द्वारा मांगी जा रही है। कांग्रेस के लिए राज्य में चुनौती इस बात की भी है कि यहां की वर्तमान सरकार बहनों को दी जाने वाली मासिक किश्त की धनराशि वर्तमान से तीन गुना बढ़ाने की घोषणा कर चुकी है।
इसका तोड़ भी आने वाले दिनों में कांग्रेस अपनी रणनीति में सामने लेकर आएगी। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए केवल राजनीतिक दल ही नहीं बल्कि चुनाव आयोग भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। यह चुनाव अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक अक्तूबर में ही होगा और एक अक्तूबर 2023 अपनी अठारह वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले मतदाताओं को इस दौरान मताधिकार प्रयोग करने मौका मिलेगा। मध्य प्रदेश के अतिरिक्त इस साल के अंत में पांच राज्यों में चुनाव होने हैं। इन राज्यों में मिजोरम, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना राज्य शामिल है।