कृषि कानून को लेकर केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच पिछले डेढ़ महीने से गतिरोध जारी है। इस बीच किसानों ने ऐलान किया है कि अगर उनका विवाद अगली बैठक तक नहीं सुलझता, तो वे दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर रैली निकालेंगे। अभी यह साफ नहीं है कि किसान संगठनों को दिल्ली आने की इजाजत मिलेगी या नहीं, पर प्रदर्शन के अधिकारों को लेकर बहस शुरू हो गई है। इसी को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता ने भाजपा को घेरा है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने एक टीवी डिबेट के दौरान बाबा रामदेव की पतंजलि को भी मुद्दा बना दिया।

क्या थी बहस?: दरअसल, भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत के बीच किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर बहस हो रही थी। इस दौरान जब एंकर ने कांग्रेसी प्रवक्ता से पूछा कि उसने अपने राज में कितने प्रदर्शन होने दिए, तो श्रीनेत ने कहा कि अन्ना हजारे का आंदोलन दिल्ली के दिल में- रामलीला मैदान में आंदोलन कर रहे थे। हमने अन्ना को कड़कती ठंड में आसमान के नीचे मरने के लिए नहीं छोड़ दीजिए।

हालांकि, इस पर एंकर ने सवाल उठाते हुए कहा कि बाबा रामदेव के आंदोलन में हुई हिंसा को भूल नहीं सकता। रामदेव को वहां से भागना पड़ा था। आपने वहां पर गोलियां चलवाई थीं, वहां आंसू गैस के गोले चलवाए गए थे। रातों-रात टेंट में आग लग गई थी। वहां पर एक महिला की मृत्यु हो गई थी। यह देश भूल नहीं सकता।

इस पर सुप्रिया श्रीनेत ने एंकर अमिष देवगन से कहा कि बाबा रामदेव वो आदमी हैं जो चीन से शुगर लाकर हनी में डालकर बेच रहे हैं। उसको झूठ बता रहे हैं, ये बात साफ हो चुकी है। श्रीनेत ने कहा कि रामदेव आपके ईष्ट हो सकते हैं, लेकिन मैं उनके बारे में बात नहीं करना चाहती। हालांकि, इस पर अमिष भड़क गए और उन्होंने कहा कि मेरे ईष्ट प्रभु श्रीराम हैं। मेरे ईष्ट महादेव हैं। बाबा रामदेव इस देश के सम्मानित सदस्य हैं। बाबा रामदेव आपके ईष्ट होंगे, मेरे नहीं हैं।