कोरोनावायरस के बढ़ते केसों के बीच अब देशभर में वैक्सीन की कमी का मुद्दा उभरने लगा है। महाराष्ट्र में तो उद्धव सरकार ने साफ कह दिया है कि वह वैक्सीन की आपूर्ति न कर पाने की वजह से टीकाकरण अभियान को कुछ जगहों पर बंद कर देगी। इस मुद्दे पर उसका केंद्र सरकार से भी टकराव बढ़ता जा रहा है। इस बीच एक टीवी डिबेट में कांग्रेस प्रवक्ता से जब पूछा गया कि महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री को वैक्सीन मांगने के लिए केंद्र से बात करनी थी या प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी थी, तो इस पर वे भड़क गईं। हालांकि, एंकर ने कहा कि अगर सवाल आपके मन के नहीं होते तो आप हाहाकार करने लगती हैं।
किस मुद्दे पर थी बहस?: आजतक के शो दंगल में पहुंचीं कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने वैक्सीन की कमी का मुद्दा उठाते हुए कहा, “ये दोषारोपण का समय नहीं है। ये साथ मिलकर वैक्सीन मुहैया कराने का समय है।” जब एंकर ने पूछा कि ये दोषारोपण शुरू कहां से हुआ, क्या इस बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे या मंत्री से बोलेंगे? इस पर श्रीनेत बोलीं- अगर आप किसी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं और आपके पास सिर्फ तीन दिन की सप्लाई बची है तो क्या आप इस बारे में बोलेंगे भी नहीं। क्या हम इसके बारे में सार्वजनिक रूप से नहीं बोलेंगे।
इस जवाब पर एंकर रोहित सरदाना ने कहा- “मतलब आप मान रही हैं कि मसला वैक्सीन पाना नहीं, बवाल बनाना था, जिसमें आप कामयाब रहीं। इस सवाल पर कांग्रेस प्रवक्ता ने भड़कते हुए कहा, “रोहित जी आपको लगता है वैक्सीन न होने पर सरकारें चुप बैठेंगी। ये तो जिम्मेदारी है न लोगों के प्रति। ये चुनी हुई सरकारें हैं।”
एंकर बोले- जब वैक्सीन मिलीं, तब नहीं की प्रेस कॉन्फ्रेंस: कांग्रेस प्रवक्ता के चिल्लाने पर एंकर ने कहा, “मेरे से लड़ने की जरूरत नहीं है। मेरा सीधा सवाल है, आपको वैक्सीन चाहिए था, आपको वैक्सीन पाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री के पास जाना था या मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए जाना था। जब एक करोड़ मिली थीं, तब तो बात नहीं हुई कि हमारे पास एक करोड़ वैक्सीन मिलीं। अब तो डेटा आने भी लगा है।”
सरदाना ने आगे कहा, “आपके साथ दिक्कत क्या है कि आपको कोई सवाल पूछ दे तो आपको इतना बुरा लग जाता है कि आप खुद हाहाकार करने लग जाती हैं। प्रॉब्लम ये है कि कोई मेरी जय-जयकार करेंगे तो ठीक है, लेकिन कोई सवाल पूछेगा तो मैं हाहाकार मचा दूंगी।” जब सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि ये आप कौन सी टोन में बात कर रहे हैं, आपसे बात ही नहीं करना है। इस पर सरदाना ने कहा कि ये विक्टिम कार्ड अपनी जेब में रख लीजिए। मेरा काम आपको जवाब देने का नहीं है।
