सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी और एसटी आरक्षण में सब कैटेगरी करने के निर्णय को लेकर कांग्रेस पार्टी में असमंजस की स्थिति देखने को मिल रही है। कोर्ट के इस निर्णय आने के बाद कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व अभी चुप्पी साधे हुए हैं। हालांकि पार्टी के कई नेता व्यक्तिगत रूप में अपना विचार दे रहे हैं।
इसी मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी नेताओं की बैठक ली। जिसमें खड़गे के अलावा कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला, जयराम रमेश समेत कई वरिष्ठ नेता इस बैठक में शामिल हुए। इसके साथ ही कानूनी जानकार अभिषेक मनु सिंघवी और पार्टी के दलित चेहरे मुकुल वासनिक, कुमारी शैलजा, पीएल पुनिया, उदित राज, राजेश लिलोठिया मौजूद रहे।
जानकारी के मुताबिक पार्टी मीटिंग के दौरान ज्यादातर दलित नेता और पदाधिकारी कोर्ट के फैसले के खिलाफ नजर आए। उन्होंने एससी और एसटी आरक्षण में सब कैटेगरी करने के निर्णय का विरोध किया। हालांकि कांग्रेस शासित राज्य कर्नाटक और तेलंगाना कोर्ट के आदेश के बाद ही इस फैसले का स्वागत कर चुके हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री के सिद्धरमैया और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी की माने तो उन्होंने स्थानीय मजबूरियों के वजह इस फैसले को लागू करने की बात कही है। कर्नाटक और तेलंगाना की सरकार ने इस निर्णय का समर्थन इस वजह से किया है क्योंकि एससी समूहों की प्रमुख जाति माला, मडिगा की ओर से कोर्ट में इस सब कैटेगरी की मांग की गई थी।
सभी मुख्यमंत्री और प्रदेशध्यक्षों से मुलाकात करेंगे खड़गे
करीब डेढ़ घंटे चली इस बैठक में तय हुआ कि खड़गे पार्टी के मु्ख्यमंत्री के साथ-साथ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्षों से भी मुलाकात करेंगे। वहीं जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और कांग्रेस सीडब्लूसी के सदस्य अभिषेक सिंघवी ने खड़गे से कोर्ट के निर्णय को लेकर उसके कानूनी पहलुओं पर चर्चा की। हालांकि इस मामले को राजनीतिक रूप में देखा जा रहा है।
बैठक के बाद जयराम रमेश की पीसी
बैठक के बाद जयराम रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि पार्टी ने लोकसभा चुनाव के दौरान ही ओबीसी, एससी और एसटी आरक्षण का दायरा 50% से बढ़ाने की मांग की थी। हम उसी पर कायम हैं साथ ही जातिगत जनगणना भी महत्वपूर्ण मुद्धा है।
समाजवादी पार्टी, जीतन राम मांझी कर चुके हैं कोर्ट का समर्थन
कोर्ट के इस निर्णय का बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती, लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले समेत कई नेताओं ने इसका विरोध किया है। तो वहीं समाजवादी पार्टी, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की हम समेत कई दल एससी/एसटी सब कैटेगरी का समर्थन कर रहे हैं।