झारखंड के विधानसभा चुनाव नतीजों पर निराशा जताते हुए कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि राज्य में सभी गैर-भाजपा दलों को भगवा पार्टी का मुकाबला करने के लिए एक मंच पर आना चाहिए था। उसने जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन के लिए पीडीपी को समर्थन की भी पेशकश की। पार्टी प्रवक्ता अजय कुमार ने कहा कि सभी गैर-भाजपा दलों को एक मंच पर लाना ठीक होता। इससे झारखंड के नतीजे हमारे लिए कहीं बेहतर होते। भाजपा को सिर्फ 30 फीसद वोट मिले हैं जबकि गैर-भाजपा दलों को 70 फीसद वोट मिले हैं। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि वहां हमने अपेक्षाकृत अच्छा किया है। हमने पिछले चुनाव में मिली दो-तीन सीटें गवां दी हंै लेकिन लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद यह संभावित था। लेकिन कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव की तुलना में अपनी स्थिति बेहतर की है।
जम्मू-कश्मीर में अगली सरकार बनाने के लिए पीडीपी को समर्थन देने के बारे में कुमार ने कहा कि गेंद पीडीपी के पाले में है। उसे आगे आना चाहिए और इसके लिए कहना चाहिए। हम पहले भी पीडीपी के साथ गठजोड़ कर चुके हैं। हम इसके लिए तैयार हैं। आपसी वार्ता से समर्थन के मुद्दे पर फैसला किया जा सकता है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पीडीपी को सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के बारे में सोचना चाहिए। भाजपा जैसे दल उसके साथ समझौता कर सकते हंै। यह पीडीपी को सोचना है कि कांग्रेस के साथ गठजोड़ सांप्रदायिक ताकतों को दूर रखेगा। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य एक ऐसी सरकार मुहैया करना है जो राज्य के विकास के लिए काम करे। कुमार यह भी साफ किया कि पीडीपी के साथ औपचारिक बातचीत अभी तक शुरू नहीं हुई है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने भी कहा कि उनकी पार्टी पीडीपी के साथ गठबंधन को तैयार है। आजाद पूर्व में पीडीपी के साथ गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर चुके हैं जो अमरनाथ के मुद्दे पर गिर गई थी।
कुमार ने माना कि पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में दोनों राज्यों में कांग्रेस की सीटें कम हुई हैं। लेकिन लोकसभा चुनावों के वोट फीसद से तुलना की जाए तो यह बेहतर प्रदर्शन है। उन्होंने कहा कि झारखंड में कांग्रेस को 13 से 14 फीसद वोट मिले हैं। लेकिन चुनाव नतीजे पार्टी के लिए निराशाजनक हैं। हमें लोगों के पास लौटना होगा और उनका भरोसा हासिल करना होगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हमने अपेक्षाकृत अच्छा प्रदर्शन किया है। हमने कुछ सीटें गवांई हैं लेकिन लोकसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद यह उम्मीद के अनुसार है।
उन्होंने कहा कि भाजपा का प्रदर्शन लोकसभा चुनाव की तुलना में नीचे गिरा है। उन्होंने मोदी के हनीमून पीरियड की समाप्ति शुरू होने की भविष्यवाणी की। कुमार ने कहा- चुनाव नतीजों ने जाहिर कर दिया है कि मोदी का असर कम होना शुरू हो गया है।
झारखंड में कांग्रेस, जेएमएम, राजद, जद (एकी) और जेवीएम (पी) के महागठबंधन की पुरजोर हिमायत करने वाले कुमार ने कहा कि ऐसा गठजोड़ नहीं हो पाने की जिम्मेदारी हर किसी की है। यह आदिवासी राज्य में भाजपा को सत्ता में आने से रोक सकता था। कांग्रेस ने शुरू में कहा था कि वह जेएमएम के साथ गठजोड़ कर चुनाव लड़ेगी। सूत्रों के मुताबिक पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश नेतृत्व के आग्रह पर प्रदेश में अपने बूते चुनाव लड़ने का फैसला किया। प्रदेश नेतृत्व राज्य में अकेले चुनाव लड़ कर बहुत अच्छा प्रदर्शन करने को लेकर आश्वस्त था।