राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा मानहानि का मुकदमा झेल रहे राहुल गांधी ने एक बार फिर से संघ पर हमला बोला है। लेकिन राहुल के भाषण का ये वीडियो कांग्रेस के मीडिया सेल ने ट्विटर और यू—ट्यूब से हटा लिया है। ये भाषण राहुल गांधी ने सोमवार (23 जुलाई) को कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक के दौरान दिया था। अपने भाषण में राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस को जमकर खरी-खोटी सुनाई थी।
राहुल बोले, मुझसे सीखें कांग्रेसी: न्यूज चैनल रिपब्लिक की खबर के अनुसार, अपने भाषण में कांग्रेस अध्यक्ष ने आरएसएस और भाजपा को आड़े हाथों भी लिया। उन्होंने कांग्रेस नेताओं से भी कहा कि वह उनसे सीखें। इसके बाद कांग्रेस ने राहुल गांधी के आधे घंटे के भाषण का लिंक यू—ट्यूब और सोशल मीडिया से डिलीट कर दिया। वह ट्वीट भी हटा दिया गया, जिसमें उस भाषण का लिंक दिया गया था।
राहुल गांधी ने क्या कहा? : राहुल गांधी ने कहा,”ये समझना महत्वपूर्ण है कि आरएसएस असल में क्या है और वह क्या करती है और वह ऐसा कैसे करती है? हर कोई आरएसएस के संस्थानों के बारे में बात करता है। कोई कह रहा था कि उनके पास हजारों संस्थान हैं जैसे शिशु मंदिर और भी कई भिन्न—भिन्न संस्थान हैं। सवाल ये है कि ये संस्थान आखिर आए कहां से? जवाब ये है कि ये संस्थान भारत सरकार के पैसे से चलते हैं। चाहें आरएसएस हो या फिर बीजेपी हो, जब भी सत्ता में आते हैं और जहां भी सत्ता में आते हैं, वे सरकारी पैसे की चोरी करके अपने संस्थान बनाते हैं। शिशु मंदिर अपने पैसे से चलने वाले संस्थान नहीं हैं। ये संस्थान मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के पैसों से चलने वाले संस्थान हैं।”
वीडियो डालकर तुरंत हटाया: कांग्रेस ने इस वीडियो को सोशल मीडिया पर डालने के कुछ देर ही इसे डिलीट कर दिया। कांग्रेस ने उस ट्वीट को भी डिलीट कर दिया, जिसमें इस वीडियो का लिंक दिया हुआ था। ये वीडियो उस दावे के बाद डिलीट हुआ, जिसमें कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने का फैसला किया था। इस फैसले के पीछे वजह बताई गई कि दोनों ने सदन को गलत जानकारी दी है। वहीं भाजपा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। भाजपा का कहना है कि राफेल डील पर सीक्रेसी पैक्ट के नाम पर उन्होंने रक्षा मंत्री पर बेबुनियाद आरोप लगाए हैं।
कांग्रेस ने लगाए आरोप: प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने कहा कि सरकार को संसद में जवाब देना पड़ेगा कि अाखिर क्यों प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री देश को राफेल विमान की कीमतों के मुद्दे पर गलत सूचना देकर भ्रमित कर रहे हैं। आनंद शर्मा ने आरोप लगाया,”फ्रांस की सरकार को राफेल विमान की कीमतों का खुलासा करने में कोई समस्या नहीं है। ये बात फ्रांस के राष्ट्रपति ने राहुल गांधी को बताई है।” अन्य कांग्रेस नेता, रणदीप सिंह सुरजेवाला ने उनकी आवाज में आवाज मिलाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री देश को इस मुद्दे पर गुमराह कर रहे हैं। ये पूरी तरह से विशेषाधिकारों के हनन का मामला है।