कांग्रेस पार्टी के प्रमुख चेहरे रहे पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर जाने के फैसले को लेकर अब हलचल तेज होती जा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी ने तो अभी तक इस पर कोई राय नहीं दी है, लेकिन अब धीरे-धीरे कांग्रेस पार्टी के अन्य नेता इस विषय पर बोलने लगे हैं। कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने आखिरकार प्रणव मुखर्जी के फैसले को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ दी है और तीखा सवाल किया है।

उन्होंने एक टीवी चैनल में कहा कि प्रणव मुखर्जी ने खुद हिंसा में आरएसएस की भूमिका को लेकर बात कही थी और अब वे इस कार्यक्रम में जा रहे हैं, जो कि काफी आश्चर्यजनक है। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि संघ के खिलाफ कड़े शब्दों का इस्तेमाल करने वाले प्रणव मुखर्जी को अगर आरएसएस अपने कार्यक्रम में आमंत्रित कर रहा है तो हो सकता है कि संघ का आत्मसम्मान मर गया है या फिर प्रणव मुखर्जी ही बदल गए हैं।

दीक्षित ने कहा, ‘सांप्रदायिकता में, हिंसा में, घटियापन में आरएसएस की भूमिका को लेकर जो बातें प्रणव मुखर्जी ने कही थी, मुझे पूरा विश्वास है कि संघ को इस बारे में पता होगा। मुखर्जी के हिसाब से आरएसएस से ज्यादा गंदा, घटिया, झूठाष फरेबी, राष्ट्र विरोधी कोई संस्था नहीं है… ये शब्द खुद दादा ने हमसे कहे थे। …तो ऐसे व्यक्ति को जो आरएसएस को जहरीले-गंदे सांप से भी बुरी संस्था मानते हैं और जिनका कहना था कि इस संस्था को इस देश में एक मिनट भी नहीं रहना चाहिए, उस व्यक्ति को अगर आरएसएस बुला रहा है तो क्यों बुला रहा है… क्या प्रणव मुखर्जी साहब ने अपने विचार बदल दिए हैं या आरएसएस में ही कोई स्वाभिमान नहीं बचा है।’

आपको बता दें कि 7 जून को नागपुर स्थित आरएसएस के मुख्यालय में सालाना कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, इस कार्यक्रम में प्रणव मुखर्जी को मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मुखर्जी की ओर से भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सहमति दी जा चुकी है।