सुप्रीम कोर्ट जज विवाद पर कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया। पूछा कि चार वरिष्ठ जजों के सुप्रीम कोर्ट की अनियमितताओं को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के अगले दिन उन्होंने प्रिंसिपल सेक्रेटरी नृपेंद्र मिश्रा को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (सीजेआई) दीपक मिश्रा के घर क्यों भेजा था। न्यूज एजेंसी एएनआई ने नृपेंद्र मिश्रा की एक तस्वीर पोस्ट की, जिसमें वह शनिवार को सीजेआई के घर के बाहर अपनी कार में बैठे नजर आ रहे थे। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसी बाबत एक ट्वीट किया। उन्होंने इसके जरिए पूछा, “पीएम के प्रिंसिपल सेक्रेटरी नृपेंद्र मिश्रा सीजेआई के आवास 5 कृष्णा मेनन मार्ग पर मिलने आए थे। पीएम को इस पर जवाब देना चाहिए कि आखिर उन्होंने मिश्रा को क्यों भेजा था।” प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने इस बारे में एक चैनल से बात की। कहा कि उनकी मुलाकात सीजेआई से नहीं हुई। रिपोर्ट्स की मानें तो सीजेआई ने अन्य विवाद होने की आशंका के चलते उनसे मिलने से मना कर दिया था।
As PM’s Principal Secretary, Nripendra Misra visits CJI’s residence at 5, Krishna Menon Marg; PM must answer the reason for sending this special messenger to Chief Justice of India.
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 13, 2018
आपको बता दें कि शुक्रवार को (12 जनवरी) सुप्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। दिल्ली में आयोजित इस कॉन्फ्रेंस में सुप्रीम कोर्ट में दूसरे नंबर के जज जस्टिस जे.चेलामेश्वर समेत चार अन्य जजों ने सुप्रीम कोर्ट और सीजेआई दीपक मिश्रा की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाए थे। देश के इतिहास में इस तरह का घटनाक्रम पहली बार हुआ था। जस्टिस चेलामेश्वर ने इस दौरान कहा था कि सुप्रीम कोर्ट का प्रशासनिक काम सही से नहीं हो रहा है। उनके मुताबिक, “हम चारों मीडिया का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं। यह किसी भी देश के इतिहास में अभूतपूर्व घटना है, क्योंकि हमें इस तरह की ब्रीफिंग करने के लिए विवश होना पड़ा। हमने यह प्रेस कॉन्फ्रेंस इस वजह से की, ताकि बाद में कोई ये न कहे कि हमनें अपनी आत्मा बेच दी।”

