India Pakistan Ceasefire: ऑपरेशन सिंदूर के बाद शुरू भारत पाकिस्तान सैन्य टकराव के दौरान सीजफायर का ऐलान सबसे पहले भारत या पाकिस्तान नहीं बल्कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया था। इसको लेकर पहले दिन से ही कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार की कूटनीति की आलोचना कर रही है। वहीं राष्ट्रपति ट्रंप के लेटेस्ट बयान के बाद आज एक बार फिर कांग्रेस ने पूछा है कि सीजफायर का ऐलान ट्रंप द्वारा क्यों किया गया।

दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से ऐसे संकेत दिए हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम के लिए उन्होंने मध्यस्थता की थी। इसको लेकर एक्स पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को सोशल मीडिया मंच एक्स पर कई पोस्ट शेयर किए और मोदी सरकार पर सवाल उठाए।

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जयराम रमेश ने उठाए सवाल

जयराम रमेश ने अपने एक्स पर पोस्ट में डोनाल्ड ट्रंप का एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें ट्रंप भारत-पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम में मध्यस्थता करने का दावा किया। वीडियो को टैग करते हुए जयराम रमेश ने लिखा कि 21 दिनों में 11वीं बार मोदी के ‘अच्छे दोस्त’ ने दावा किया है कि उन्होंने संघर्ष विराम में अहम भूमिका निभाई। इस बारे में प्रधानमंत्री कब बोलेंगे?

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व्यापार के दम पर हुआ सीजफायर?

इससे पहले जयराम रमेश ने कहा था कि 20 दिनों में नौंवी बार, तीन अलग-अलग देशों में और तीन अलग शहरों में, डोनाल्डभाई बार-बार एक ही बात दोहरा रहे हैं कि किस तरह से उन्होंने चार दिनों तक चले भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम कराया है।

जयराम रमेश ने कहा कि ट्रंप का दावा है कि उन्होंने व्यापार का इस्तेमाल करके परमाणु युद्ध को रुकवा दिया। जयराम रमेश ने लिखा कि ‘ट्रंप के वाणिज्य मंत्री ने भी न्यूयॉर्क की अदालत में भी ऐसा ही दावा किया था लेकिन डोनाल्डभाई के दोस्त नरेंद्र मोदी लगातार इन दावों को नजरअंदाज कर रहे हैं और पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं। इस दौरान कांग्रेस नेता ने लिखा कि ‘क्या राष्ट्रपति ट्रंप भी वो ही कर रहे हैं, जो मिस्टर मोदी हमेशा अच्छे से करते हैं? या वे 50 प्रतिशत भी सच बोल रहे हैं?’

क्या है सरकार का पक्ष?

गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी लगातार सरकार से ट्रंप के दावों पर स्थिति स्पष्ट करने की मांग कर रही है। दूसरी ओर केंद्र सरकार और विदेश मंत्रालय का कहना है कि संघर्षविराम के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई और इसमें किसी तीसरे पक्ष ने मध्यस्थता नहीं की। डोनाल्ड ट्रंप बार-बार इसे लेकर दावे कर रहे हैं, जिससे कांग्रेस पार्टी को सरकार पर हमलावर होने का मौका मिल रहा है।

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