बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सलाह दी है कि उन्हें देश के मुद्दों को विदेशों में उठाना नहीं चाहिेए। राहुल गांधी ने बुधवार (22 अगस्त) को जर्मनी में एक संबोधन में मॉब लिंचिंग, नोटबंदी जैसे मुद्दों को उठाया था। इस मसले पर पूर्व बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने ट्वीट किया और लिखा, “मैं सभी नेताओं से अपील करता हूं कि विदेशों में देश के आतंरिक मुद्दों की चर्चा ना करें, पीएम ने सबसे पहले इस नियम को तोड़ा, दूसरों को उनके इस उदाहरण को नहीं फॉलो करना चाहिए।”
बता दें कि राहुल गांधी ने जर्मनी में अपने संबोधन में कहा था कि केंद्र की भाजपा सरकार ने विकास की प्रक्रिया से आदिवासियों, दलितों और अल्पसंख्यकों को बाहर रखा है तथा ‘‘यह एक खतरनाक बात बन सकती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘21वीं सदी में लोगों को बाहर रखना काफी खतरनाक है। अगर आप 21वीं सदी में लोगों को कोई विजन नहीं देते तो कोई ओर देगा और विकास प्रक्रिया से बड़ी संख्या में लोगों को बाहर रखने का यह असली खतरा है।’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि भारत में भीड़ द्वारा लोगों की पीट-पीटकर हत्या किये जाने की घटनाएं बेरोजगारी और सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा नोटबंदी एवं जीएसटी को ‘खराब तरीके से लागू’ किये जाने से छोटे कारोबारों के ‘चौपट’ हो जाने की वजह से उपजे ‘गुस्से’ के कारण हो रही हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में जो बदलाव हो रहे हैं उसके लिये लोगों को कुछ निश्चित सुरक्षा की आवश्यकता है। उन्होंने भारत की मौजूदा सरकार पर उनसे ये सुरक्षा छीनने और नोटबंदी और जीएसटी के जरिये अनौपचारिक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने का आरोप लगाया जिससे लोगों में गुस्सा पैदा हो रहा है और भीड़ हत्या की घटनाएं हो रही हैं।
I appeal to all leaders to refrain from discussing our internal issues abroad. PM broke this rule first. Others need not follow his example.
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) August 23, 2018
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘वे (भाजपा सरकार) महसूस करते हैं कि आदिवासी, गरीब किसानों, निचली जाति के लोगों और अल्पंसख्यकों को अमीरों के समान लाभ नहीं मिलना चाहिये।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यही एकमात्र नुकसान उन्होंने नहीं किया है। उससे कहीं अधिक कुछ खतरनाक बातें हैं।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ वर्ष पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था का विमुद्रीकरण किया और सभी छोटे और मझोले कारोबार के लिये नकदी के प्रवाह को तबाह कर दिया जिससे लाखों लोग बेरोजगार हो गए। राहुल ने कहा, ‘‘उन्होंने खराब अवधारणा वाली जीएसटी थोप दी, जिसने जीवन को और जटिल बना दिया।
यहां उन मौकों का भी जिक्र जरूरी है जब पीएम नरेंद्र मोदी ने देश से बाहर पूर्व की कांग्रेस की सरकारों पर हमला बोला था। 2015 में पीएम मोदी ने ओमान की राजधानी मस्कट में पूर्व की कांग्रेस सरकार घोटालों से देश की छवि खराब करने का आरोप लगाया था। पीएम यहां पर भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित कर रहे थे। 2015 में ही पीएम ने कनाडा ने कहा था कि अब से भारत स्किल इंडिया के नाम से जाना जाएगा ना कि स्कैम इंडिया के नाम से। इधर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस मामले पर कांग्रेस पर हमला बोला है।
संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने भाषण में भारत को एक तुच्छ देश दिखाने की पूरी कोशिश की। संबित पात्रा ने कहा, “कल राहुल गांधी जी ने जर्मनी में अपने भाषण में कोई भी ऐसा मौका नहीं छोड़ा कि हिन्दुस्तान को किस प्रकार कम से कम आंका जाए और एक तुच्छ देश के रूप में पूरे विश्व के सामने दिखाया जाए।” संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने भाषण में जिस प्रकार से आतंकवाद को सही ठहराने का प्रयास किया और ISIS के बारे में जो जस्टिफिकेशन दिया है उससे भयावह और चिंताजनक कुछ नहीं हो सकता है।”
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
