लोकसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच मुलाकात के बाद एनसीपी के कांग्रेस में संभावित विलय की अटकलें तेज हो गई हैं।
एनसीपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि उनकी पार्टी को अभी ऐसे प्रस्ताव पर अभी चर्चा होनी है। हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राहुल गांधी और शरद पवार की मुलाकात के दौरान इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई। एनसीपी नेता ने स्वीकार किया कि लोकसभा चुनाव में दोनों दलों को मिली करारी हार ने सभी संभावनाओं को तलाशने के विकल्प पर मजबूर किया है।
इससे पहले एनसीपी नेता शरद पवार ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ‘कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज दिल्ली में मेरे आवास पर मुझसे मुलाकात की। हमने महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव और राज्य के सूखा के बारे में चर्चा की।’ राहुल गांधी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के साथ भी मुलाकात की।
इस दौरान दोनों नेताओं ने राज्य में गठबंधन की सरकार के संकट के बारे में भी विचार विमर्श किया। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ भी अलग से मुलाकात की। एनसीपी से कांग्रेस में शामिल हुए नेता तारिक अनवर ने कहा कि उन्होंने पार्टी छोड़ने से पहले पवार के साथ दोनों दलों के विलय के मुद्दे को रखा था।
1999 में बनाई थी एनसीपीः उन्होंने कहा, ‘एनसीपी छोड़ने से पहले मैंने पवार से कहा था कि यह समय कांग्रेस में अपनी पार्टी के विलय कर देने का है। पवार ने इस पर कहा था कि वे अन्य लोगों से बात करेंगे।’ मई 1999 में सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर तारिक अनवर, शरद पवार और पीए संगमा के साथ कांग्रेस से अलग हो गए थे। इसके बाद इन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी बनाई थी। सूत्रों ने बताया कि पवार और राहुल ने चुनाव में हार के कारणों पर बात की। इसके अलावा शरद पवार ने राहुल गांधी से अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं देने को कहा।